कारपोरेशन की एमडी रविवार को रामपुर पहुंचीं,जहां उन्होंने बिजली अफसरों के साथ बैठक की।बिजली चोरी से लेकर राजस्व वसूली की समीक्षा की। सभी अधिशासी अभियंताओं को उपखंड अधिकारियों को बिजली चोरी रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए। कहा कि जो लोग बार-बार बिजली चोरी करते हुए पकड़े जा रहे हैं उन्हें डिफाल्टर माना जाए। इसके साथ ही मीटर के साथ छेड़छाड़ करने व कराने वालों के खिलाफ माफिया के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने नए कनेक्शन देने के साथ ही राजस्व की शत प्रतिशत वसूली के भी निर्देश दिए।
रामपुर शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कहा, “बिजली विभाग के SDO और JE जनता के फोन तक रिसीव नहीं करते हैं। इसकी वजह से लोग बिजलीघरों पर पहुंचकर घेराव करते हैं, जिससे कानून व्यवस्था का खतरा बना रहता है। जब भी कोई कर्मचारी साइट पर जाता है, तो वह लॉगशीट और मूवमेंट रजिस्टर में एंट्री नहीं करते हैं। जिस कारण विभागीय अफसरों और जनता को कर्मचारियों के मूवमेंट और फाल्टों की जानकारी नहीं मिलती।”
तीन वर्ष से जमें संविदा कर्मियों का होगा तबादला
सालों से एक ही बिजलीघर पर जमें संविदा कर्मियों के भी तबादले के आदेश पावर कारपोरेशन की एमडी ने अधीक्षण अभियंता को दिए। यह मामला विधायक आकाश सक्सेना ने भी एमडी के सामने उठाया था। इस शिकायत पर एमडी ने अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिया कि तीन साल से एक ही बिजलीघरों पर जमा संविदा कर्मियों को तुंरत हटाया जाए।
फोन रिसीव न करने वाले एसडीओ व जेई पर कार्रवाई
पावर कारोपेरेशन की एमडी ने उपभोक्ताओ के फोन कॉल रिसीव न करने पर नाराजगी जाहिर की है। विधायक आकाश सक्सेना ने इसको लेकर एमडी से शिकायत की थी,जिसके बाद एमडी ने मीटिंग में फोन रिसीव करने के आदेश दिए। कहा कि ऐसा न करने पर लापरवाही माना जाएगा और कार्रवाई भी की जाएगी।
पावर कारपोरेशन की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी ने बिजली चोरी पर शिकंजा कसने के आदेश दिए हैं। उन्होंने साफ किया बिजली चोरी करने और मीटर से छेड़छाड़ करने वाले लोगों को माफिया घोषित किया जाए। लाइन लॉस को शत प्रतिशत रोका जाए। उन्होंने लापरवाही करने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी आदेश दिए।