इस पर जवाब देते हुए कहा कि किताब चोर आजम, चार सौ बीस आजम, जिसकी यूनिवर्सिटी से कुरान बरामद हुई, जिसने अपने बेटे के दो-दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाए और लोगों की जमीनों पर कब्जा करने वाले अपराधी आजम खां की बात कर रहे हैं। जबकि, रामपुर में हजारों आजम खां शरीफ हैं।
कहा कि अपराधी आजम खां अपने किए गए कर्मों की सजा भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब रामपुर में भेदभाव नहीं, बल्कि सबके सहयोग से और सभी के लिए काम होगा। धर्म और जाति के भेद को जनता ने समाप्त कर दिया है।