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पुलिस थाना व महिला सेल का नंबर लिखकर रखेंगे ताकि जब भी कोई मुसीबत हो या फिर दबावपूर्वक कोई कार्य करा रहा है तो तत्काल सूचना दें।
पद्मश्री फूलबासन ने भी महिलाओं को अपना नंबर दिया और कहा कि 24 घंटे कभी भी समस्या बताने के लिए कॉल कर सकती हैं। अगर थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी जाएगी तो आईजी, एसपी, कलेक्टर तक बात पहुंचाई जाएगी।
नंबर किए जारी महिलाओं को यह भी बताया गया कि पत्रिका की ओर से महिला ुसुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जा रहा है, साथ ही हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है। इस नंबर पर बेझिझक होकर संपर्क कर सकती हैं। इस नंबर के माध्यम से भी कानूनी मदद मिल सकेगी। महिलाओं से कहा कि वे अपने आसपास की महिलाओं को भी जागरूक करें ताकि कोई भी उत्पीड़न का शिकार न हो। अगर ऐसे प्रकरण नजर आ रहे हैं तो गुप्त तरीके से सूचना दें।
चौपाल में सीख महिलाओं को इस दौरान उत्पीड़न के मायने बताए गए। दरअसल गांव की कई अशिक्षित महिलाओं को पता ही नहीं है कि कानून में उन्हें क्या-क्या अधिकार दिए गए हैं। गांव में घर की दहलीज तक सीमित रहने वाली महिलाएं अधिकारों से वाकिफ नहीं हैं। इसलिए पद्मश्री फूलबासन की ओर से गांव के चौपाल में बैठक लेकर जानकारी दी जा रही है।