CG News: घर वालों ने सरपंच और कोटवार को दी सूचना
चूलमाटी कार्यक्रम के तत्पश्चात युवक ससुराल से अपने घर मोहल्ला अमरैया पारा में निवास सोने के लिए आया गया। और अपने घर के म्यार से अपने गले में कपड़े का फंदाकर
फांसी लगा ली। गुरुवार को अलसुबह जानकारी मिलने पर आसपास के लोगों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचकर कमरे का दरवाजा खोला गया। आसपास के लोगों ने और घर वालों ने सरपंच और कोटवार को सूचना दी।
सरपंच और कोटवार ने घटनास्थल पहुंचकर कसडोल थाना में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। सूचना पर कसडोल पुलिस घटनास्थल पहुंचकर फंदे से लटके मृतक को नीचे उतारा और शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल भेजा। जहां से शव मिलने पर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने मामला विवेचना में से जांच शुरू कर दी है।
नवापारा-राजिम नगर में हनुमान जयंती की तैयारी के दौरान शासकीय वाहन से झंडा लगाते वक्त हुई दर्दनाक दुर्घटना में 20 वर्षीय युवक नितुल देवांगन की मौत के मामले में अब सियासी हलचल तेज हो गई है। दुर्घटना 7-8 अप्रैल की दरम्यानी रात लगभग 1 बजे हुई थी। जब नितुल अपने दो साथियों के साथ नवापारा नगर पालिका के हाइड्रोलिक वाहन पर चढ़कर राजिम रोड स्थित दम्मानी पेट्रोल पंप के पास डिवाइडर पर झंडा लगा रहा था।
शासकीय वाहन का निजी कार्य में उपयोग
CG News: अचानक वाहन के असंतुलित होकर पलटने से नितुल सड़क पर सिर के बल गिर पड़ा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना को लेकर मृतक के परिजनों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 8 अप्रैल को प्रदर्शन कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। लेकिन अब दस दिन बीत जाने के बाद भी जांच की रफ्तार बेहद धीमी है और परिजनों को अब तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। पूर्व विधायक धनेंद्र साहू ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि
शासकीय वाहन का निजी कार्य में उपयोग करना सरासर गलत है। उन्होंने प्रथम दृष्टया नगर पालिका के सीएमओ या निर्वाचित पदाधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए सवाल किया कि वाहन चालक किसके निर्देश पर वहां गया था? उन्होंने आशंका जताई कि पुलिस की कार्यप्रणाली को देखते हुए संभवत: वास्तविक दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है और अंतत: केवल वाहन चालक को बलि का बकरा बना दिया जाएगा।
नितुल पर 25 लाख मुआवजे की मांग
साहू ने मांग की है कि मृतक नितुल देवांगन के परिजनों को पालिका की ओर से कम से कम 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए, क्योंकि युवक नगरपालिका के वाहन से जुड़ी घटना का शिकार हुआ है। अब सवाल यह उठता है कि क्या नितुल को न्याय मिलेगा? और क्या पालिका की जवाबदेही तय की जाएगी?