जानकारी के अनुसार, धरसींवा में 7, तिल्दा में 6, अभनपुर में 5 और आरंग में 6 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। सभी विकासखंड से बीईओ द्वारा शिक्षकों के लिए ऑर्डर भी जारी कर दिया गया है। पांचवीं-आठवीं का अध्यापन कार्य कराने वाले शिक्षक ही इन कक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करेंगे। जानकारी के अनुसार, 5वीं, 8वीं बोर्ड परीक्षा में फेल होने वाले स्टूडेंट सप्लीमेंट्री परीक्षा दे सकेंगे। अगर कोई स्टूडेंट इस सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी फेल हो जाता है, तो भी उसे अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाएगा।
5वीं के लिए 2 तो 8वीं की उत्तरपुस्तिका की जांच पर मिलेंगे 3 रुपए
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा मूल्यांकन संबंधित दिशा-निर्देश के अनुसार, 5वीं कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को एक उत्तरपुस्तिका के लिए 2 रुपए का भुगतान किया जाएगा। वहीं, 8वीं कक्षा की एक उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन करने वाले को 3 रुपए मिलेंगे। दोनों ही कक्षाओं के मूल्यांकनकर्ता एक दिन में अधिकतम 40 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर सकते हैं। इस तरह से 5वीं की कॉपियां जांचने वाले शिक्षक को एक दिन में अधिकतम 80 रुपए और 8वीं की कॉपियां जांचने वाले शिक्षक को 120 रुपए मिल सकेंगे। नवरात्र के चलते बढ़ाई गई मूल्यांकन की तारीख
शिक्षकों द्वारा नवरात्र के चलते मूल्यांकन की तारीख बढ़ाने की मांग विभाग में की गई थी। जिसके कारण नवरात्र के अष्टमी और नवमी को देखते हुए पांचवीं का 30 मार्च से और आठवीं का 4 अप्रैल से शुरू होने वाले मूल्यांकन कार्य को आगे बढ़ाकर 7 अप्रैल कर दिया गया। मूल्यांकन 15 अप्रैल तक पूरा किया जाएगा। वहीं, 28 अप्रैल तक विकासखंड शिक्षा कार्यालयों के माध्यम से अंकसूची स्कूलों को प्रेषित करनी होगी। साथ ही स्कूलों द्वारा 30 अप्रैल तक परिणाम घोषित किए जाएंगे।
हर विषय के लिए 6 विषय विशेषज्ञ
जानकारी के अनुसार, पांचवीं के 4 विषय और 8वीं के 6 विषय हैं। सभी विषय के लिए सभी मूल्यांकन केंद्रों में लगभग 6 मूल्यांकनकर्ता तय किए गए हैं। इसके लिए सभी ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर ने मूल्यांकनकर्ताओं को जानकारी भी भेज दी गई है। जिले में 24 सेंटर हैं और दोनों कक्षाओं के मिलाकर 10 सब्जेक्ट हैं। साथ ही हर विषय के लगभग 6 एक्सपर्ट होंगे यानी के लगभग 1440 मूल्यांकनकर्ता उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करेंगे। अनुत्तीर्ण भी बैठ सकेंगे पूरक परीक्षा में
जानकारी के अनुसार, जो छात्र
परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाएंगे, उन्हें भी पूरक परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा। उसके बाद शिक्षकों द्वारा छात्रों की तैयारी भी करवाई जाएगी। 1 जून को पूरक परीक्षा होगी। यदि पूरक में भी कोई छात्र फेल हो जाते हैं तो उसे भी कक्षोन्नति दे दी जाएगी।
एक विकासखंड में 4-5 मूल्यांकन केंद्र बनाने हैं, लेकिन हमने इसपर छूट दी है। शिक्षा अधिकारी सुविधा अनुसार इसकी संख्या बढ़ा भी सकते हैं। – आशुतोष चावरे, उप संचालक, डीपीआई