इस योजना के तहत प्रयागराज और मथुरा में यूपीएसएसएफ की तीसरी और चौथी वाहिनी की स्थापना की जाएगी। प्रयागराज के अरैल क्षेत्र में कुल 42.03 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है, जिसमें देवरिया गांव की 22 एकड़ और भैदपुर गांव की 19 एकड़ भूमि पर आधुनिक परिसर का निर्माण होगा। इस पर लगभग 198 करोड़ रुपये (GST अतिरिक्त) की लागत आएगी।
वहीं, मथुरा के बढ़ौता गांव में 40.03 एकड़ भूमि पर परिसर का निर्माण किया जाएगा, जिस पर लगभग 197 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा, बदायूं में महिला पीएसी वाहिनी के रुके हुए परिसर निर्माण कार्य को भी रफ्तार दी जाएगी, जिसकी लागत 177.30 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।
इन सभी निर्माण कार्यों को ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) मोड पर 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है, जबकि 36 महीने की डिफेक्ट लाइबिलिटी अवधि भी निर्धारित की गई है। नियोजन विभाग ने इस कार्य के लिए एक विस्तृत मास्टर प्लान तैयार कर लिया है, जिसके तहत आवासीय और अनावासीय भवनों के निर्माण होंगे।
प्रदेश सरकार का यह कदम न केवल सुरक्षा व्यवस्था को नई मजबूती देगा, बल्कि राज्य को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने के संकल्प को भी मजबूती प्रदान करेगा।