25 में 12 इमारतों का बदलेगा हुलिया गंगा के किनारे 60 के दशक में बनी चौरासी कुटिया का नाम इसके 84 ध्यान कक्षों पर आधारित है। इसमें योग केंद्र के दोनों ओर 42-42 कमरे हैं। परिसर में करीब 25 इमारतें हैं। इनमें से 12 को परियोजना के तहत नए सिरे से तैयार किया जाएगा। परियोजना का बजट 84 करोड़ रुपए रखा गया है। डीपीआर में कई संरचनाओं की मरम्मत, पुनर्निर्माण और कुछ इमारतों को ध्वस्त करने का उल्लेख किया गया है।
कभी छपता था परालौकिक ध्यान साहित्य चौरासी कुटिया शुरुआत में प्रिंटिंग प्रेस के लिए मशहूर थी। यहां परालौकिक ध्यान से संबंधित साहित्य छापा जाता था। प्रिंटिंग प्रेस वाले हिस्से को स्मारिका केंद्र में बदलने की योजना है। वेद भवन को अनप्लग्ड संगीत के केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा। इस भवन का इस्तेमाल ध्यान कक्ष के रूप में किया जाता था। बीटल्स के भित्तिचित्रों के कारण यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।