कहां बढ़ेगा तापमान
IMD के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत, महाराष्ट्र और दक्षिण प्रायद्वीपीय पठारी क्षेत्रों में आगामी चार दिनों के भीतर अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है। इसके बाद तापमान में मामूली गिरावट का अनुमान है। मध्य भारत में भी अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। गुजरात में अगले दो दिनों तक तापमान में लगभग 2 डिग्री की वृद्धि संभव है।
हीटवेव की चपेट में ये राज्य
गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 7 अप्रैल तक भीषण लू की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा पूरे राज्य में 10 अप्रैल तक हीटवेव का प्रभाव बना रह सकता है। राजस्थान में भी 7 से 9 अप्रैल के बीच लू और 10 अप्रैल तक हीटवेव की स्थिति बन सकती है। हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में भी 10 अप्रैल तक लू के हालात बन सकते हैं। पंजाब में 7 से 10 अप्रैल, दिल्ली में 7 और 8 अप्रैल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 7 से 9 अप्रैल और मध्य प्रदेश में 8 से 10 अप्रैल तक लू चलने की संभावना जताई गई है।
इन राज्यों में हो सकती है बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण भारत के केरल और माहे क्षेत्रों में 7 अप्रैल तक, कर्नाटक में 8 अप्रैल तक बारिश हो सकती है। इसके अलावा पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 10 अप्रैल तक हल्की बारिश का अनुमान है। बिहार में 9 अप्रैल को ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 9 और 10 अप्रैल को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के लिए मौसम विभाग ने विशेष चेतावनी जारी की है। अप्रैल, मई और जून में सामान्य से अधिक तापमान रहने और लू चलने का अनुमान है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इन महीनों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहेगा और दिन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की आशंका है। रात का तापमान भी औसत से अधिक रहने की संभावना है। जिससे लोगों को दिन-रात गर्मी का सामना करना पड़ेगा। विशेषकर बुंदेलखंड क्षेत्र इस गर्मी का केंद्र बन सकता है। झांसी और चित्रकूटधाम मंडल समेत इस क्षेत्र के सात जिलों में भीषण गर्मी का असर देखने को मिल सकता है। साथ ही राजस्थान की सीमा से लगे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में भी तीव्र गर्मी का प्रकोप रहने की संभावना है।