कंट्रोल रूप में आयोजित प्रेसवार्ता में एएसपी प्रतिभा पांडे ने चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। वार्ड-5 महासमुंद निवासी प्रार्थी शेर मोहम्मद ने सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 15 फरवरी को वह सुबह करीब 8 बजे अपने घर से मोटर साइकिल सीजी 06 जीजे 9071 से बस स्टैंड महासमुंद पहुंचा। मोटर साइकिल को यात्री प्रतीक्षालय बस स्टैंड में खड़ी कर लॉक कर दिया। फिर बस में बैठकर ऑटो चलाने के लिए खल्लारी चला गया।
CG Crime News: खरीदार आने के पहले ही पुलिस आ धमकी
खल्लारी से वापस दोपहर 3 बजे
महासमुंद बस स्टैंड पहुंचा। देखा कि मोटर साइकिल जहां पर खड़ी की थी, वहां नहीं थी। आसपास पतासाजी की, लेकिन नहीं मिली। किसी ने उसकी मोटर साइकिल पार कर दी। प्रार्थी की रिपोर्ट पर सिटी कोतवाली में अपराध धारा 303(2) बीएनएस का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया। लगातार बाइक की चोरी की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की।
पुलिस टीम को 25 मार्च को मुखबिर से सूचना मिली कि खैरा चौक शराब दुकान के पास कुछ व्यक्ति पुरानी गाड़ियां बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची। देखा कि खैरा चौक पर शराब दुकान के पास चार व्यक्ति पुराने वाहन को बेचने के फिराक में खड़े हैं। पुलिस की टीम ने चारों व्यक्तियों से पूछताछ की। पहले तो गोलमोल जवाब दिया। फिर पूरी बात बताई।
इन स्थानों से की चोरी
चारों ने अपना नाम कुबेर चंद्राकर उर्फ गब्बू पिता रेखराज चंद्राकर (37) निवासी हाल मुकाम वार्ड-28 मौहारीभांठा पानी टंकी के पास महासमुंद, स्थायी पता ग्राम सेनचुआं थाना कुरुद जिला धमतरी, प्रीतम चक्रधारी पिता सुबेलाल चक्रधारी (19) निवासी कोल्दा मण्डी पारा चौकी बुंदेली थाना तेंदुकोना महासमुंद, हितेश कुमार कुम्हार पिता नंदलाल कुम्हार (24) निवासी ग्राम फरौद वार्ड-11 कुम्हार पारा चौकी बुंदेली थाना तेंदुकोना महासमुंद और अशफाक अली उर्फ अस्तु पिता राईस अली (19) निवासी कोल्दा चौकी बुंदेली थाना तेंदुकोना का निवासी होना बताया। पूछताछ में आरोपियों ने अलग-अलग जगहों से मोटर साइकिल चोरी करना स्वीकार किया।
आरोपियों ने बताया कि चारों साथी मिलकर 25 मोटर साइकिल और 6 सबर्मसिबल पम्प को ग्राम नदी चरौदा, कोल्दा और ग्राम भुरकोनी बुंदेली एवं अन्य स्थानों से चोरी की है। जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ महीनों से जिले में चोरी की वारदात बढ़ गई हैं। कई वारदातों का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपियों को पकड़ भी लिया है। बावजूद कई मामलों में अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिले हैं।
संगठित गिरोह की तरह कार्य
आरोपियों ने चोरी की मोटरसाइकिल को जिला अस्पताल महासमुंद, पंजाब नेशनल बैंक के पीछे, बस स्टैण्ड महासमुंद, आदित्य अस्पताल के पास, अकालपुरख अस्पताल के पास, ग्राम मुनगासेर, खल्लारी मंदिर महासमुंद के पास, ग्रामीण बैंक पिथौरा के पास अलग-अलग दिनों में चोरी की थी। चोरी की
मोटर साइकिलों को बेचने के लिए आपस में बंटवारा किए थे। इसमें अशफाक को 6 मोटर साइकिल, कुबेर चंद्राकर को बंटवारे में 10 मोटर साइकिल, हितेश को 6 मोटर साइकिल, प्रीतम चक्रधारी को बंटवारे में 3 मोटर साइकिल और 6 सबर्मसिबल पम्प मिला है।
आरोपियों ने मोटर साइकिल व 6 सबर्मसिबल पम्प को आपस में बंटवारा कर घर में छुपाकर रखना बताया। आरोपियों के कब्जे से कुल 25 विभिन्न कंपनी की मोटर साइकिल एवं 6 नग सबर्मसिबल पम्प कुल कीमती 700000 रुपए जब्त किया। आरोपियों के विरूध्द थाना सिटी कोतवाली महासमुंद में धारा 303 (2) बीएनएस के तहत कार्यवाही कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
मोटर साइकिल की चोरी करने वाले आरोपी संगठित गिरोह की तरह काम कर रहे थे। अब तक दो मोटर साइकिल की ही एफआईआर दर्ज है। अन्य
मोटरसाइकिल के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस मामले का मास्टर माइंड कुबेर चंद्राकर था। वह ही प्लान करता था और अन्य आरोपियों को भी अपने साथ में रखा था।