पश्चिमी विक्षोभ देगा राहत
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर भारत में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यही सिस्टम उत्तर प्रदेश पर भी असर डालेगा और 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी।
राज्य के लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली, मेरठ, नोएडा, मथुरा, आगरा, झांसी, फतेहपुर, रायबरेली और सुल्तानपुर सहित कई जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
तापमान में गिरावट का अनुमान
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 6 और 7 अप्रैल को प्रदेश का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। लेकिन 8 अप्रैल से तापमान में गिरावट शुरू होगी और अगले चार दिनों तक मौसम अपेक्षाकृत ठंडा और नम बना रहेगा।यह परिवर्तन सिर्फ लोगों के लिए राहत की खबर नहीं है, बल्कि खेतों के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। किसानों के लिए जरूरी सलाह
बारिश भले ही राहत लेकर आए, लेकिन अगर तैयारी नहीं की गई तो यह नुकसान का कारण भी बन सकती है। इसलिए मौसम विभाग और कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है:
- गेहूं और सरसों की कटाई शीघ्र पूरी करें या उन्हें सुरक्षित स्थान पर रख लें।
- जो फसलें पहले ही कट चुकी हैं, उन्हें तुरंत ढक दें ताकि बारिश से नुकसान न हो।
- बारिश के दौरान बिजली गिरने की संभावना रहती है, इसलिए खेतों में न जाएं।
- वर्षा के बाद जमीन में नमी बढ़ेगी, इसका लाभ उठाकर अगली फसल चक्र की तैयारी करें।
शहरों में भी असर: ट्रैफिक और जलभराव की आशंका
जहां ग्रामीण इलाकों में बारिश खेतों के लिए वरदान हो सकती है, वहीं शहरी क्षेत्रों में इसका दूसरा पहलू देखने को मिल सकता है। तेज बारिश के चलते ट्रैफिक जाम, बिजली आपूर्ति में बाधा और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। नगर निगम और स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट रहने की जरूरत है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही मौसम अपडेट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी #UPWeather, #HeatwaveToRain जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग जहां एक तरफ गर्मी से बेहाल हैं, वहीं बारिश की संभावना से थोड़ी राहत महसूस कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में अगले दो दिन तो अभी भी गर्मी से जूझते हुए बीतेंगे, लेकिन उसके बाद मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल सकता है। 8 अप्रैल से शुरू होने वाली बारिश लोगों को राहत देगी और किसानों के लिए भी उम्मीद की किरण बन सकती है। मगर इसके साथ ही सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। मौसम विभाग की सलाह का पालन करें, फसलों को सुरक्षित रखें और बारिश के दौरान सतर्क रहें।