Ration Card: राशन के लिए भटक रहे लोग
ग्राम रेंगाखार एक ग़रीब उन्मूलन क्षेत्र है। इसकी जानकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी दी गई है, लेकिन हितग्राहियों की समस्या न तो प्रशासन समझ रही हैं और न ही क्षेत्र की जनप्रतिनिधि। ग्रामीण हितग्राहियों का कहना है कि इस तरह की समस्याएं इससे पहले कभी नहीं हुआ था। राशन के लिए क्षेत्रवासी दर दर भटक रहे हैं। इससे लोगों में काफी आक्रोश पनपने लगा है। क्षेत्र के हितग्राहियों को नियमित रुप से राशन मिलता रहे। इसके लिए न तो विभाग के जिम्मेदार कोई कारगर कदम उठा रहे हैं और न ही क्षेत्र की जनप्रतिनिधि। ऐसे में वनांचल के गरीब हितग्राही आखिर करे तो क्या करे। वनांचल के लोगों की समस्याओं का कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। वनांचल में रेंगाखार में प्रति माह चावल क्यों नहीं आता।
लापरवाही बरतने वाले पर हो कार्रवाई
दो-तीन महीने से हितग्राही राशन के लिए भटक रहे हैं, जबकि आसपास के राशन दुकानों में पर्याप्त स्टाक है, जहां हितग्राहियों को नियमित रुप से शासन के योजना अंतर्गत राशन मिल रहा है, लेकिन रेंगाखार के हितग्राही इससे अछुते हैं। रेंगाखार के लोग इसके लिए फूड इंस्पेक्टर को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। फूट इंस्पेक्टर के लापरवाही के चलते ही इस तरह की समस्याएं सामने आ रही है। बार-बार शिकायत के बाद भी कोई समाधान नहीं हो पाता।
कौन समझे परेशानी
अगर कोई अधिकारी की पेमेंट अगर एक माह न मिले तो सरकार के खिलाफ डिंडोरा पीटने सड़क पर बैठ जाते, लेकिन यहां तो दो माह से हितग्राहियों को राशन नहीं मिला है, तो हितग्राहियों की परेशानी समझी जा सकती है। सरकार कहती है की कोई भूखा नहीं मरेगा और यहां जनता अनाज के लिए तरस रहा है। कोई सुध नहीं ले रहा है। लोगों में इस बार काफ़ी आक्रोश दिखाई दे रहा है। रेंगाखार के हितग्राहियों ने कलेक्टर से मांग की है कि रेंगाखार सोसायटी में प्रयाप्त मात्रा में राशन की व्यवस्था करने करे। 24 घंटा के अंदर रेंगाखार में राशन की व्यवस्था नहीं होने पर प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। वहीं लापरवाह विभाग के ऊपर सख्त कार्रवाई की मांग की है।