डायलिसिस यूनिट शुरू करने के काम में तेजी, एल्युमिनियम फ्रेम से बनाया डॉक्टर चैम्बर
हिण्डौनसिटी. जिला स्तरीय चिकित्सालय में सवा वर्ष के लम्बे इंतजार के बाद हीमो डायलिसिस की सुविधा शुरू करने के काम को गति मिली है। अस्पताल की ओपीडी विंग में डायलिसिस यूनिट स्थापित करने के लिए बुधवार को एल्युमिनियम फ्रेमिंग से ेचेम्बर बनाने का कार्य शुरू हो गया। राजस्थान पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला चिकित्सालय प्रशासन के हरकत में आने से क्षेत्र के किडऩी रोगियों को जल्द ही स्थानीय स्तर पर डायलिसिस की सुविधा मिलने की उम्मीद है।


डायलिसिस यूनिट शुरू करने के काम में तेजी, एल्युमिनियम फ्रेम से बनाया डॉक्टर चैम्बर
हिण्डौनसिटी. जिला स्तरीय चिकित्सालय में सवा वर्ष के लम्बे इंतजार के बाद हीमो डायलिसिस की सुविधा शुरू करने के काम को गति मिली है। अस्पताल की ओपीडी विंग में डायलिसिस यूनिट स्थापित करने के लिए बुधवार को एल्युमिनियम फ्रेमिंग से ेचेम्बर बनाने का कार्य शुरू हो गया। राजस्थान पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला चिकित्सालय प्रशासन के हरकत में आने से क्षेत्र के किडऩी रोगियों को जल्द ही स्थानीय स्तर पर डायलिसिस की सुविधा मिलने की उम्मीद है।
करीब सवा वर्ष पहले राज्य सरकार ने किडऩी रोगियों को डायलिसस की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दो हीमोडायलिसस मशीन भिजवाई थीं। गत वर्ष फरवरी माह में आई 22 लाख रुपए की कीमत की मशीनें पहले स्टोर रूम व अब ओपीडी कक्ष मेंं बंद पड़ी है। पत्रिका ने 16 अप्रेल को चिकित्सा महकमे की अनदेखी और रोगियों की पीड़ा को उजागर कर ‘किडऩी रोगियों का कष्ट बरकरार, सवा साल से डायलिसिस शुरू होने का कर रहे इंतजार’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। समाचार प्रकाशन के बाद चिकित्सा विभाग अधिकारी व जिला चिकित्सालय प्रशासन ने लंबित पड़ी तैयारियों के काम को तेज कर दिया। दोपहर में फ्रेबीकेशन मिस्त्री को बुला कर ओपीडी के वेटिंग हॉल को एल्युमिनियम फ्रेम से कक्ष तैयार कराना शुरू किया। वहीं पेंटर के बुलवा कर डायलिसिस रूम में पुट्टी और पुताई का काम प्रारंभ करने को कहा। चिकित्सालय के स्टोर रूम प्रभारी उपेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि इस सप्ताह में डायलिसिस रूम, प्रभारी डॉक्टर व तकनीशियन को बैठने के लिए चैम्बर तैयार हो जाएगा।
एक दिन मेंं चार का हो सकेगा डायलिसस
पीपीपी मोड पर डायलिसिस संचालन सेवा प्रदाता कम्पनी के तकनीशियन अजय चेतीवाल बताया कि डायलिसिस यूनिट सुबह 9 से शाम 5 बजे तक संचालित होती होगी। एक के लिए 4 घंटे का समय लगने से दिन भर में चार रोगियों का डायलिसिस हो सकेगा। हालांकि रोगियों का पंजीयन बढऩे पर दूसरी पारी भी शुुरु की जा सकती है।
इनका कहना है
ओपीडी में डायलिसिस कक्ष को तैयार करने का काम शुरू हो गई है। रंगाई पुताई व चेम्बर का कार्य पूरा होने के बाद डायलिसिस सुविध शुरू करा दी जाएगी।
डॉ. पुष्पेंद्र कुमार गुप्ता, पीएमओ
जिला चिकित्सालय, हिण्डौनसिटी।
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