कानपुर के शुभम के सिर में मारी थी गोली
बता दें कि पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था। लोगों से कलमा पढ़ने को कहा था। इसके बाद हिंदू होने पर गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी थी। मरने वालों में कानपुर के शुभम भी थे। आतंकियों ने उनके सिर में गोली मारी थी। घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह पहलगाम रवाना हो गए थे। बुधवार को शव श्रीनगर लाए गए। यहां पीड़ित परिवारों से शाह मुलाकात करने पहुंचे। पीड़ितों में शुभम के पिता संजय भी थे। फोन पर संजय ने परिजनों को बताया कि गृह मंत्री ने पीड़ित परिवारों के एक-एक व्यक्ति से बात की। उन्होंने कहा कि दुख की घड़ी में सरकार आपके साथ है। आश्वासन दिया कि दुख के बादल छंटने से पहले आतंकियों और पनाहगारों को सजा दी जाएगी। कानपुर पहुंचा शुभम का शव
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने सरकार से अपील की थी कि उनके बेटे का शव जल्द से जल्द कानपुर पहुंचा दिया जाए। सरकार ने भी उनकी अपील का मान रखा और श्रीनगर से एयर लिफ्ट कर शुभम का शव दिल्ली पहुंचाया गया। शव के साथ पिता संजय द्विवेदी और बहनोई शुभम दुबे साथ थे। यहां से शुभम के शव को एयर लिफ्ट कर लखनऊ भेजा गया जहां से ग्रीन कॉरीडोर बनाकर देर रात करीब 01:56 बजे हाथीपुर गांव लाया गया। शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया।