CG Board Exam 2025: बोर्ड परीक्षा..
10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष 20 हजार 698
परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। परीक्षा के लिए इन विद्यार्थियों ने एक करोड़ 16 लाख 28 हजार रुपए से अधिक परीक्षा फीस दी। इस फीस की राशि से ही परीक्षा ली जाती है। इनके बैठक व्यवस्था से लेकर प्रश्न पत्र और इन पर निगरानी तक के लिए एक-एक पायी का हिसाब होता है।
परीक्षा में केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक, लिपिक, पुलिस और यहां तक की पानी पिलाने वाले कर्मचारियों को भी भुगतान किया जाता है। इस तरह से करीब एक लाख रुपए तो प्रत्येक परीक्षा पर केवल ड्यूटी निभाने वालों पर खर्च होता है। मतलब उन्हें ड्यूटी के लिए मानदेय दिया जाता है। शासन ने जो प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका पर खर्च किया और अन्य खर्चों का आंकलन करें तो यह राशि और भी बढ़ जाती है। औसतन रोजाना
परीक्षा के दौरान एक लाख रुपए से अधिक राशि खर्च हो रहे हैं।
तैनात दो पुलिसकर्मी, मानदेय एक का ही
वहीं हर परीक्षा केंद्र में एक से दो पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगती है, जबकि मात्र एक पुलिसकर्मी के मान से प्रति परीक्षा 31 रुपए का भुगतान होता है। वहीं लिपिक को 38 रुपए प्रति परीक्षा दी जाती है। एक केंद्र में 400 से अधिक परीक्षार्थी होने पर दो लिपिक की ड्यूटी लगती है। पर्यवेक्षक सहित अन्य सभी कर्मियों को राशि का भुगतान केंद्राध्यक्ष ही करते हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा यह राशि सीधे केंद्राध्यक्ष को दी जाती है। एक केंद्र में नौ कर्मचारी
पर्यवेक्षक के अलावा परीक्षा के दौरान केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष, लिपिक, पुलिसकर्मी और पानी पिलाने वाले की ड्यूटी लगती है। मतलब एक केंद्र में कम से कम नौ अधिकारी, कर्मचारी की ड्यूटी लगती है। इसमें
केंद्राध्यक्ष को सबसे ज्यादा 150 रुपए और सबसे कम पानी पिलाने वाले कर्मचारी को 31 रुपए प्रति परीक्षा की दर से भुगतान होता है। पानी पिलाने वाले कर्मचारियों की एक केंद्र में अधिकतम छह हो सकते हैं।
1.16 करोड़ रुपए फीस
इस वर्ष 10वीं की परीक्षा फीस 540 रुपए और 12 वीं की 520 से 760 रुपए प्रति विद्यार्थी ली गई। इसमें प्रत्येक प्रायोगिक परीक्षा के लिए 80-80 रुपए अतिरिक्त लिए गए। इसमें 10वीं के 12 हजार 222और 12वीं के 8476
विद्यार्थियाें ने परीक्षा फार्म भरा। इसके साथ ही 10वीं की फीस करीब 69 लाख और 12वीं में 46 लाख रुपए की फीस जमा हुई। दोनों कक्षाओं की फीस ही एक करोड़ 16 लाख रुपए से अधिक हुई।
1380 पर्यवेक्षक
एक पर्यवेक्षक को 40 रुपए एक विषय या एक पाली के लिए दिया जा रहा है, वह भी केवल 15 छात्र के लिए। 10वीं में करीब 814 और 12वीं में 565 पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। जो क्रमश: छह और पांच विषय में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। कुल 1380 पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगी है।
विद्यार्थियों के बाद इनकी संख्या सबसे अधिक है। वहीं एक परीक्षा केंद्र में एक केंद्राध्यक्ष, दो सहायक केंद्राध्यक्ष होते हैं।
अभी 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा जारी है। 10वीं की परीक्षा 24 मार्च और 12वीं की परीक्षा 28 मार्च तक चलेगी, लेकिन बोर्ड परीक्षा के आयोजन पर बहुत बड़ी व्यवस्था होती है। इसमें धन और सरकारी बल भी अधिक लगता है।
परीक्षा के दौरान मानदेय
150 रुपए केंद्राध्यक्ष 113 रुपए सहायक केंद्राध्यक्ष 40 रुपए पर्यवेक्षक 38 रुपए लिपिक 31 रुपए पुलिसकर्मी 31 रुपए पानी पिलाने वाला आंकड़ों की नजर में
75 परीक्षा केंद्र 8476 12वीं के विद्यार्थी 12222 10वीं के विद्यार्थी 520 रुपए 12वीं की परीक्षा फीस 80 रुपए प्रति प्रेक्टिकल पर 540 रुपए 10वीं परीक्षा फीस