दरअसल, पुलिस ने घंटियाला गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर मेहबूब खान और भतीजे सईद खान को शनिवार को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। पुलिस ने दोनों को जेल में दाखिल करवा दिया था। अंदर पहुंचते ही श्याम व एक अन्य बंदी का मेहबूब से आमना-सामना हो गया। दोनों की आपस में रंजिश है। एक दूसरे को देखते ही पुराने जख्म हरे हो गए। श्याम व साथी बंदी ने मेहबूब को पीट दिया। जवाब में मेहबूब व साथी ने भी दोनों की जमकर पिटाई कर डाली। इससे एकबारगी जेल में हड़कम्पमच गया। जेलप्रहरियों ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को छुड़ाया और बैरिकों में भेज दिया।
जेल प्रशासन का कहना है कि दोनों पक्ष गुत्थम-गुत्था हुए थे। किसी के चोट नहीं आई। न ही किसी ने कोई लिखित शिकायत दी है।
एक पक्ष ने सोशल मीडिया पर शेखी बघारी
जेल की सलाखों में बंदियों के बीच झगड़े व मारपीट की खबर बाहर आ गई। श्याम जुड व साथी बंदी से जुड़े एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड कर हिस्ट्रीशीटर को पीटने की जानकारी साझा कर दी। उसने शेखी बघारी कि दोनों ने हिस्ट्रीशीटर को पीट दिया है। जेल के अंदर से यह जानकारी संभवत: मोबाइल के मार्फत ही बाहर आई है। जो जेल की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े करती है। धक्का-मुक्की, गुत्थम-गुत्था हुए थे, सैल में भेजा है ‘जेल की बैरिक में ले जाए जाने के दौरान श्याम व एक अन्य बंदी और मेहबूब का आमना-सामना हो गया था। एक-दूसरे को देखते ही वे गुत्थम-गुत्था हो गए थे। किसी के चोट नहीं आई है। श्याम व साथी बंदी को दण्डित करते हुए जेल की स्पेशल सैल में बंद किया गया है। जमानत मिलने पर मेहबूब को रविवार को छोड़ दिया गया है। दोनों तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है।’
प्रदीप लखावत, अधीक्षक, जोधपुर सेन्ट्रल जेल।