इन अस्पतालों में मिलेगी मरीजों को राहत-
एसआरजी चिकित्सालय व मेडिकल कॉलेज के साथ ही झालरापाटन के सेटैलाइट जिला चिकित्सालय सहित आधा दर्जन निजी चिकित्सालयों में 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया हो सकेगी। आयुष्मान कार्ड की पोर्टेबिलिटी 20 अप्रेल से चालू होने से अब एसआरजी चिकित्सालय में गंभीर मरीजों को ऑपरेशन करवाने सहित अन्य बीमारियों में 5 लाख तक के इलाज की सुविधा मिल सकेगी। मेडिकल कॉलेज में कार्ड दिखाकर ओपीडी शुल्क के साथ ही भर्ती शुल्क, जांचें भी नि:शुल्क होगी।
इतने मरीज आते हे एमपी से-
– 200 से 350 मरीज आते हैं जिलेभर के चिकित्सालयों में प्रतिदिन -10 से 15 प्रसूताएं प्रतिदिन रेफर होकर आती है। -5 लाख तक का इलाज करवा सकेंगे।
निकट होने से यहां के मरीज ज्यादा आते-
एमपी के राजगढ, खिलचीपुर, छापीहेड़ा,जीरापुर, माचलपुर,संडावता, कालीपीठ तक के लोग झालावाड़ इलाज करवाने के लिए आते हैं। प्रसव के मामलों के साथ ही इमरजेंसी के दौरान भी उनका झालावाड़ आना सुगम रहता है। साथ ही झालावाड़ जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज पर इन क्षेत्रों के लोग ज्यादा भरोसा करते हैं। इंदौर और भोपाल दोनों ही 150 से 200 किमी दूर के बड़े हायर सेंटर हैं। ऐसे में 50 से 70 किमी के दायरे में झालावाड़ ही सबसे नजदीक का हायर सेंटर है, इसलिए ये यहां के मरीज आते हैं।
अभी इतना लग रहा था चार्ज-
– ओपीडी शुल्क 10 रुपए – भर्ती शुल्क 30 रुपए – जांचों का शुल्क 10 से 1000 रुपए -सिटी स्कैन शुल्क 900-2100
योजना में महिला का हुआ ऑपरेशन-
आयुष्मान कार्ड से इलाज की सुविधा शुरू होने के बाद रविवार को एमपी के गांव बांगपुरा थाना माचलपुरा, जिला राजगढ़ की पहली महिला रतनीबाई सोलंकी का रविवार को एक निजी अस्पताल में कुल्हे के जोड़ का ऑपरेशन हुआ है। यही ऑपरेशन अगर योजना में नहीं होता तो मरीज के परिजनों को करीब 50 हजार रूपए चुकाने पड़ते।
सुविधा शुरू हो गई-
आयुष्मान कार्ड की पोर्टेबिलिटी राज्य सरकार के दिशा निर्देश के बाद शुरू कर दी है। इसमें चयनित अस्पतालों में पांच लाख रुपए तक का उपचार मुफ्त होगा। साथ ही कार्ड दिखाने पर ओपीडी शुल्क और अन्य प्रकार की जांचों के लगने वाले शुल्क भी नहीं लगेंगे। इसमें गंभीर बीमारी के मरीजों को ज्यादा फायदा होगा। अपने जिले में 20 फीसदी मरीज एमपी के आते हैं।लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी।
डॉ.साजिद खान, सीएमएचओ,झालावाड़