बैठक में आईजी पुलिस विकास कुमार और आईजी BSF एमएल गर्ग सहित इंटेलिजेंस एजेंसियों व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का फोकस सीमा पर घुसपैठ की आशंका, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और इंटेल साझेदारी पर रहा।
धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त
रामदेवरा स्थित बाबा रामदेव समाधि स्थल और उसके आसपास के इलाकों में थानाधिकारी शंकर लाल के नेतृत्व में गहन जांच अभियान चलाया गया। राम सरोवर तालाब, परचा बावड़ी, मुख्य बाजार, होटल और धर्मशालाओं में आने-जाने वालों की तलाशी ली जा रही है। बता दें जैसलमेर में हाई अलर्ट के बाद पुलिस के जवान बुलेटप्रूफ जैकेट और हथियारों से लैस होकर गश्त कर रहे हैं। हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
सीमा पर स्मार्ट फेंसिंग-एंटी-ड्रोन सिस्टम एक्टिव
जानकारी के मुताबिक रेगिस्तानी बॉर्डर इलाकों में स्मार्ट फेंसिंग सिस्टम को सक्रिय किया गया है। इसके साथ ही एंटी-ड्रोन तकनीक भी अलर्ट मोड में है। अधिकारियों ने कहा कि हर चौकी और पोस्ट पर अतिरिक्त जवान तैनात किए जाएंगे और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी तलाशी अभियान तेज किया गया है। बैठक में पुलिस और BSF के बीच बेहतर समन्वय और इंटेलिजेंस साझा करने पर विशेष बल दिया गया। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि किसी भी सूचना को नजरअंदाज न किया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए।
सोशल मीडिया पर निगरानी और सख्ती
जैसलमेर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रामक और भड़काऊ कंटेंट पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है जो गलत जानकारी या अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें। जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पेट्रोलिंग और निगरानी बढ़ाई गई
सीमा क्षेत्रों में नियमित पेट्रोलिंग के साथ-साथ तकनीकी निगरानी भी तेज कर दी गई है। थर्मल इमेजिंग और नाइट विजन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि किसी भी घुसपैठ की आशंका को समय रहते रोका जा सके। प्रशासन ने जैसलमेर के नागरिकों से सतर्क और सहयोगी रहने की अपील की है। खासकर धार्मिक स्थलों, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर यदि किसी व्यक्ति या गतिविधि को संदिग्ध पाया जाए तो सीधे पुलिस कंट्रोल रूम या नजदीकी थाना को सूचना दें।