परंपराओं से प्रभावित विदेशी
सैंकड़ों वर्ष पुरानी परंपराओं के साथ मनाई जाने वाली होली जैसलमेर आने वाले विदेशी पर्यटकों को खासा आकर्षित कर रही है। धुलंडी के दिन विदेशी सैलानी स्थानीय लोगों के साथ घुल-मिलकर इस तरह होली खेलते हैं कि देखने वाले भी चकित रह जाते हैं। कई पर्यटकों के समूह तो केवल होली का त्योहार मनाने के लिए ही जैसलमेर आ रहे हैं। उन्हें यहां के शांतिपूर्ण माहौल और गुलाल से सजी पारंपरिक होली का अनुभव बेहद खास लगता है।
रंगों और पिचकारियों की खरीदारी में जुटे सैलानी
जैसलमेर के बाजारों में भी होली की चहल-पहल बढ़ गई है। विदेशी सैलानी रंग-गुलाल और पिचकारियों की खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। वे अपने गाइड्स से जैसलमेर की होली और इसे मनाने के पारंपरिक तरीकों की जानकारी भी ले रहे हैं।
होटलों में खास इंतजाम, ऑर्गेनिक रंगों से होगी होली
विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए जैसलमेर के कई बड़े होटलों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। होली के दौरान उनके लिए ऑर्गेनिक रंग और हर्बल गुलाल का उपयोग किया जाएगा, ताकि वे स्वस्थ और सुरक्षित तरीके से त्योहार का आनंद ले सकें। इसके अलावा, रेन डांस, गीत-संगीत और स्वादिष्ट व्यंजनों की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है।