ईडी की इस रेड के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता खाचरियावास के निवास पर पहुंच गए और केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई कराने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “खाचरियावास लगातार भाजपा के खिलाफ मुखर रहे हैं, इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है। यह कार्रवाई निंदनीय है।”
आपको ये बताते हैं कि हजारों करोड़ के आरोप झेलने वाले प्रताप सिंह के पास स्वयं का कितना पैसा और प्रॉपर्टी है। दरअसल पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में प्रताप सिंह ने खुद अपनी सम्पत्ति के बारे में लिखित ब्यौरा दिया था। यह जानकारी चुनाव आयोग को भेजी गई थी। उसके अनुसार वे करोड़पति हैं। लोकसभा चुनाव के लिए दाखिल शपथ पत्र के अनुसार बैंक खातों में कुल राशि: ₹1.14 करोड़, बचत खाता: ₹22.10 लाख, ज्वेलरी: ₹6 लाख, नगद: ₹62,250, उधार दी गई राशि: ₹14.47 लाख थी। इसके साथ ही उन्होंने वाहन के बारे में भी जानकारी दी थी कि उनके पास खुद का कोई वाहन नहीं है। इस संपत्ति विवरण से पता चलता है कि पूर्व मंत्री के पास घोषित संपत्ति सीमित है, लेकिन अब चिटफंड घोटाले से नाम जुड़ने पर राजनीतिक भूचाल आ गया है।