बता दें, सभा ने इसे राजपूत समाज की मर्यादा और नारी अस्मिता पर हमला बताया। आपको बता दें, यह विवाद तब शुरू हुआ जब खाचरियावास ने ईडी के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सरकार पर मंदिर के लिए आवंटित 100 करोड़ रुपये काटने का आरोप लगाते हुए दीया कुमारी पर IIFA के दौरान शाहरुख खान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
श्री राजपूत सभा ने लिखा ये पत्र
प्रताप सिंह खाचरियावास को श्री राजपूत सभा ने एक पत्र लिखते हुए कहा कि आपके द्वारा एक कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी जी को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी के संदर्भ में कड़ा विरोध। महोदय, खेद के साथ कहना पड रहा है कि आप जैसे नेता, पार्टी तुष्टिकरण के लिए राजपूत समाज की मर्यादा को खराब करें यह बिलकुल भी आपको शोभा नहीं देता है। आगे लिखा कि पार्टी पॉलिटिक्स करना आपका अधिकार है, परन्तु इसके साथ समाज की मर्यादा का भी ध्यान रखना आपका प्रथम कर्तव्य हैं। आपके इस बयान से राजपूत समाज बहुत आहत हुआ है। नारी की अस्मिता और संस्कृति की रक्षा, हमारे लिए सर्वोपरी है। हम आपकी इस अमर्यादित टिप्पणी की कड़ी निंदा करते है। अतः आप सार्वजनिक रूप से अपने इस वक्तव्य पर खेद प्रकट करते हुए अपने शब्दों को वापस लेवें। हांलाकि इस पत्र में राजपूत सभा के अध्यक्ष रामसिंह चंदलाई के हस्ताक्षर नहीं हैं। इसमें किसी कार्यकारिणी समिति के किसी सदस्य के हस्ताक्षर हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, जयपुर में बुधवार को ईडी के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान प्रताप सिंह ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने गोविंद देवजी मंदिर के लिए दिए गए 100 करोड़ रुपए काट दिए। इसके विरोध में वे पूरे राजस्थान में पदयात्रा करेंगे। प्रताप सिंह ने कहा कि आईफा अवार्ड्स के लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, लेकिन मंदिर के लिए आवंटित राशि काट दी। इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी।
आज शाम जयपुर में होगा प्रदर्शन
इधर, विद्याधर नगर क्षेत्र के सर्व समाज ने भी खाचरियावास के बयान पर आक्रोश जताते हुए आज शाम 7 बजे नेशनल हैंडलूम चौराहे पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। सर्व समाज के प्रतिनिधियों ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास द्वारा एक महिला नेता के खिलाफ की गई अमर्यादित भाषा से समाज आक्रोशित है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।