Pahalgam Terror Attack: “जयपुर बार-बार रोया: 11 महीने में 5 जानें गईं, आतंक का ये दर्द आखिर कैसे होगा कम?”
Pahalgam Terror Attack: पिछले 11 महीनों में ऐसा तीन बार हो चुका है। आतंक के इस काले साये ने जयपुर के पांच लोगों को कत्ल किया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों को जीवन भर का दर्द दिया है।
Pahalgam Terror Attack: जयपुर एक बार फिर आंसुओं में डूब गया है। जम्मू.कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने राजस्थान की राजधानी को गहरे दर्द में डाल दिया है। इस बार आतंकी हमला जयपुर के चार्टर्ड अकाउंटेंट नीरज की जिंदगी लील गया। आज उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है। कल रात पार्थिव शरीर जयपुर लाया गया था और जयपुर के इस बेटे को विदाई देने के लिए पूरा शहर उमढ़ रहा है। बीते साल ही नीरज की शादी हुई थी और वे जम्मू अपनी पत्नी के साथ घुमने गए थे। ऐसा पहली बार नहीं है कि जयपुर को आतंक का दर्द झेलना पड़ा है। पिछले 11 महीनों में ऐसा तीन बार हो चुका है। आतंक के इस काले साये ने जयपुर के पांच लोगों को कत्ल किया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों को जीवन भर का दर्द दिया है।
28 साल के पवन के सामने बच्चे, पत्नी और दो अन्य परिवारजनों को गोलियों से भूना
पिछले साल पिछले साल मई के महीने में जयपुर के चौमू इलाके में रहने वाले पवन कुमार सैनी अपनी पत्नी पूजा और पांच साल के बेटे लिवांश के साथ माता वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रहे थे। बस में परिवार के कुछ अन्य सदस्यों के साथ दोस्त भी थे। माता के दर्शन के बाद परिवार शिव खोड़ी दर्शन करने गया और वहां से लौट रहा था। जिस बस में सभी लोग सवार थे उस बस को शिव खोड़ी के नजदीक पहाड़ियों में आतंकियों ने घेर लिया और बस के अंदर घुसकर लोगों को गोलियों से भून दिया। इस आतंकी हमले में पवन के सामने ही उनकी पत्नी पूजा, बेटा लिवांश, कपड़ा कारोबारी चाचा ससुर राजेन्द्र और उनकी पत्नी ममता की हत्या कर दी गई। पवन को गंभीर चोटें आई और वे बेहोश हो गए। जैसे-तैसे परिवार को जयपुर पहुंचाया गया। यहां एक साथ चार शव आए तो पूरा शहर रो पड़ा। इस हमले का दर्द अब फिर से ताजा हो गया है।
आंखों के सामने गोलियां चल रही थी, एक गोली आंख के नजदीक लगी, पत्नी भी खून से सनी थी…
जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके में रहने वाले तबरेज भी पिछले साल मई में अपने परिवार और दोस्तों के साथ निजी वाहन से जम्मू गए थे। परिवार समेत जब वे अनंतनाग में थे तो वहां पर बाइक से आए आंतकियों ने हमला कर दिया। कुछ लोगों की जान चली गई। तबरेज और उनकी पत्नी के भी गोली लगी। तबरेज की आंख के नजदीक गोली लगने से उनकी आंखों की रोशनी चली गई है। एक आंख से अब बेहद ही कम दिखता है। वहीं पत्नी के गंभीर घाव तो सही हो गए लेकिन कंधे में रॉड लगी है, जो जीवन भर उस हमले की याद दिलाती रहेगी।
जयपुर लौटने ही वाले थे नीरज, मां से कहा था मां आ रहा हूं जल्दी ही, लेकिन
अब जयपुर के नीरज उधवानी ने जयपुर को रूला दिया है। आज उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है लेकिन पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले के बाद अब पूरे प्रदेश में ही गुस्सा है। सभाएं की जा रही हैं, कैडल मार्च निकाले जा रहे हैं और बंद रखकर विरोध किया जा रहा है। नीरज के अंतिम संस्कार में आज पूरा शहर उमढ़ रहा है। नीरज अपनी पत्नी के साथ जम्मू घूमने गए थे। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में उनकी जान चली गई।