Neeraj Udhwani Killed in Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने राजस्थान के एक खुशहाल परिवार की दुनिया उजाड़ दी। जयपुर के मूल निवासी नीरज उधवानी (34) इस हमले में मारे गए। दुबई में कार्यरत नीरज उधवानी अपनी पत्नी आयुषी के साथ छुट्टियां मनाने भारत आए थे। लेकिन 21 अप्रैल को शुरू हुई उनकी कश्मीर यात्रा, 22 अप्रैल की दोपहर आतंकी गोलियों की आवाजों में हमेशा के लिए थम गई।
बता दें, पहले मृतकों की जारी लिस्ट में नीरज उधवानी को उत्तराखंड का बताया गया था, हालांकि उत्तराखंड सरकार ने स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि मृतक उत्तराखंड का नहीं है। इसके बाद सही जानकारी सामने आई कि नीरज जयपुर के मॉडल टाउन (मालवीय नगर) इलाके का रहने वाला है।
जयपुर में पसरा मातम, मां का रो-रोकर बुरा हाल
आतंकी हमले में जान गंवाने वाले नीरज के जयपुर स्थित घर में मातम पसरा है। इधर मां ज्योति उधवानी का रो-रोकर बुरा हाल है। वे बार-बार यही कह रही हैं कि क्या मेरे बेटे की मौत का कोई जवाबदेह है? हमसे हमारा बेटा छीन लिया गया, बस इसलिए कि वह छुट्टियां मनाने गया था? ज्योति बताती हैं कि उन्होंने 21 अप्रैल की रात बेटे और बहू से बात की थी। वे कह रहे थे कि कश्मीर घूमने के बाद आकर हमसे मिलेंगे। लेकिन अब सिर्फ उसकी यादें लौट रही हैं।
शादी में शामिल होने भारत आया था नीरज
मृतक के चाचा भगवान दास उधवानी ने राजस्थान पत्रिका से बताचीत में बताया कि वह दुबई में रहता है और वहीं चार्टर्ड अकाउंटेंट का काम करता है। वह शिमला में एक शादी में शामिल होने के लिए भारत आया हुआ था। वह और उसकी पत्नी आयुषी, दुबई में रहने वाले उसके कुछ दोस्तों के साथ शिमला में शादी में शामिल होने के लिए वहां गए थे। शादी के बाद बाकी लोग कहीं और चले गए, नीरज और उसकी पत्नी कुछ दिनों की छुट्टियां मनाने के लिए पहलगाम चले गए। उन्हें कुछ दिनों में दुबई वापस जाना था।
मृतक के चाचा भगवान दास उधवानी ने बताया कि नीरज और आयुषी की शादी फरवरी 2023 में पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में हुई थी और उनके कोई बच्चे नहीं थे। मृतक के चाचा कहा कि वो किसी से दुश्मनी नहीं रखता था, बस कुछ दिन के सुकून के लिए गया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली के रास्ते जयपुर वापस आने वाले उनके पार्थिव शरीर के साथ आयुषी, उनके भाई किशोर और अन्य लोग भी हैं। बुधवार शाम तक जयपुर पहुंचने की उम्मीद है।
मृतक नीरज के बड़े भाई किशोर उधवानी आयकर विभाग में कार्यरत हैं। उन्होंने परिजनों से बातचीत में बताया कि जैसे ही हमने आतंवादी घटना के बारे में सुना, अपने संपर्कों के जरिए प्रशासन से मदद मांगी। बताया जा रहा है कि अब नीरज का शव दिल्ली के रास्ते जयपुर लाया जा रहा है।
सरकार से सवाल- कब रुकेगा यह सिलसिला?
पत्रिका से बाचतीत में चाचा भगवान दास उधवानी ने कहा कि सरकार को इस मामले में केस को लंबा नहीं खींचना चाहिए, हमें तुरंत इंसाफ चाहिए। वहीं, नीरज की मां ने कहा कि मेरा दर्द तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक ये आतंकवादी मारे नहीं जाएंगे।
परिजनों के अनुसार, नीरज की मां और पत्नी सरकार से कड़ा एक्शन चाहती हैं। वे पूछती हैं कि क्या अब भी हम सिर्फ सहते रहेंगे? क्या अब भी कोई ठोस जवाब नहीं मिलेगा? परिवार की मांग है कि सरकार आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
बताते चलें कि नीरज की मौत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, एक पूरे परिवार की उम्मीदों, सपनों और रिश्तों की मौत है। एक बेटा, जो मां से वादा करके गया था कि जल्दी लौटेगा। एक पति, जिसने कुछ समय पहले ही जिंदगी की नई शुरुआत की थी।
वसुन्धरा राजे ने जताई संवेदना
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने संवेदना जताते हुए लिखा कि पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुआ आतंकी हमला एक नृशंस और अमानवीय कृत्य है। यह मानवता के सिद्धांतों पर प्रहार है। इस कायराना हमले में जयपुर के श्री नीरज उधवानी जी सहित कई लोगों की मृत्यु पीड़ादायक है, इस हमले में जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करती हूं।
पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुआ आतंकी हमला एक नृशंस और अमानवीय कृत्य है। यह मानवता के सिद्धांतों पर प्रहार है।
इस कायराना हमले में जयपुर के श्री नीरज उधवानी जी सहित कई लोगों की मृत्यु पीड़ादायक है, इस हमले में जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है।…
उन्होंने कहा कि आतंकवाद न केवल शांति और संस्कृति का विरोधी है, बल्कि यह मानव सभ्यता को डर और अस्थिरता में धकेलने की साज़िश भी है। ऐसी घटनाएँ भारत ने न तो पहले बरदाश्त की, न अब बरदाश्त करेगा।
आतंकवादी हमले में 27 लोगों की मौत
गौरतलब है कि पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई। अभी 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। यह हमला उस वक्त किया गया, जब बैसरन घाटी में बड़ी तादाद में पर्यटक मौजूद थे। मृतकों में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक हैं। वहीं, नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय लोग भी मारे गए हैं।