विधायक जितेंद्र गोठवाल ने उठाए सवाल
खंडार विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना के तहत कार्यों की प्रगति और अनियमितताओं को लेकर विधायक जितेंद्र कुमार गोठवाल ने सवाल उठाए। विधायक ने आरोप लगाया कि योजना के तहत अभी तक एक भी काम पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ है, फिर भी ठेकेदारों के बिल पास कर दिए गए हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर किस राजनीतिक दबाव में ये बिल पास किए गए और मांग की कि जिन ठेकेदारों के बिल पास हुए, उन्हें ब्लैक लिस्ट किया जाए। विधायक ने यह भी दावा किया कि 200 फीट पाइपलाइन डालने का ठेका दिया गया, लेकिन केवल 100 फीट पाइपलाइन डालकर ही ठेकेदारों ने भुगतान उठा लिया।
मंत्री का जवाब- उच्च स्तरीय जांच होगी
इसके जवाब में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि खंडार विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत 182 टेंडर जारी किए गए थे और 35,000 से अधिक कनेक्शन दिए जा चुके हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि कई जगहों से घटिया पाइप और अन्य समस्याओं की शिकायतें मिली हैं, जो पूरे राज्य में एक आम समस्या है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि विभाग एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाएगा, जो विधायक के निर्देशन में सभी शिकायतों की जांच करेगी। दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और यदि जरूरत पड़ी तो दोबारा काम कर नई पाइपलाइन डाली जाएगी।
मंत्री ने आगे कहा कि खंडार विधानसभा के हर व्यक्ति को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। विधायक ने बताया कि क्षेत्र की 292 में से 191 गांवों की स्कीम स्वीकृत हो चुकी है, जबकि 57 गांवों को ईसरदा परियोजना से जोड़ा जाएगा। जहां-जहां पुराने जल स्रोतों में परेशानी है, उन्हें ठीक किया जाएगा। साथ ही, यदि गलत तरीके से कोई भुगतान किया गया है, तो उसकी भी जांच कराई जाएगी।
विधानसभा में ‘राम-राम’ पर हंसी का माहौल
बुधवार को राजस्थान विधानसभा में एक रोचक वाकया हुआ। बीजेपी विधायक रेवंतराम डांगा जब प्रश्न पूछने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने सदन में मौजूद सभी सदस्यों को ‘राम-राम’ कहा और होली की बधाई भी दी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मजाकिया अंदाज में कहा- ‘राम-राम हो गई, अब आप सीधे सवाल पूछिए।’
इसके बाद विधायक ने अपना प्रश्न क्रमांक 420 बताया। जैसे ही यह संख्या सदन में गूंजी, स्पीकर समेत पूरे सदन में ठहाके लगने लगे। इसके बाद विधायक रेवंतराम डांगा ने खींवसर के पांचौड़ी में सरकारी कॉलेज खोलने को लेकर सवाल पूछा। इस पर डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा ने जवाब दिया कि खींवसर विधानसभा में पहले से ही 6 सरकारी और 6 प्राइवेट कॉलेज मौजूद हैं। इसके अलावा, पांचौड़ी से सिर्फ 7 किलोमीटर की दूरी पर कॉलेज उपलब्ध है। इसलिए फिलहाल नए सरकारी कॉलेज की जरूरत नहीं है।