इस अवसर पर भारतीय शिक्षा मंडल अध्यक्ष एन.पी. सिंह, राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और शिक्षामंत्री मदन दिलावर मौजूद रहे। बाबा रामदेव ने योग का महत्व बताते हुए कहा कि इंसान का अपनी इंद्रियों पर अपने मन पर कंट्रोल होना चाहिए। जो बह गया… वो भोगी और जो ठहर गया… वो योगी, आज की शिक्षा आदमी को योगी नहीं भोगी बना रही है। क्योंकि आज का युवा और बच्चे फोन के एडिक्टेड हो गए है। जिसके चलते आज 90 फीसदी लोगों को डिप्रेशन के शिकार है।
बाबा रामदेव की मुगलों पर टिप्पणी
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड से इंसानों में आत्मानुशासन आएगा। शिक्षा विभाग ने 80 फीसदी हमारे वीरों को जगह दी, जबकि 20 फीसदी देश के लुटेरों को। उन्होंने मुगलों को लेकर कहा कि मुगलों ने अपने हरम में अपनी बहन बेटियों को रखा, इसलिए उनको हरामखोर कहा जाता है। मुगलों ने पाप कर्म किए, इसलिए पूरा राज और वंश खत्म हो गया। उन्होंने देश बर्बाद किया, आज खुद बर्बाद हो गए। बाबा रामदेव ने कहा कि आने वाले समय में भारतीय शिक्षा बोर्ड में पूरे विश्व के बच्चे वेद, दर्शन उपनिषद्, भगवान बुध का धैर्य, महाराणा प्रताप का शौर्य, मीरा बाई की भक्ति पढ़ेंगे।