रविवार शाम मुख्यमंत्री इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां मंत्री तुलसीराम सिलावट, गौरव रणदिवे, राजेश सोनकर, सावन सोनकर, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, सुदर्शन गुप्ता, गोलू शुक्ला आदि मौजूद थे। एयरपोर्ट पर लाइन लगाकर चौहान का स्वागत व आरती उतारी गई। जब काफिला चला तो आगे युवतियां बाइक लेकर चल रही थीं। रामचंद्र नगर चौराहे पर निरंजनसिंह चौहान के नेतृत्व में बहनों ने आरती उतारी। यहां से काफिला लक्ष्मीबाई प्रतिमा पर पहुंचा तो लाड़ली बहना सेना तैयार थी, जिनके हाथों में लाठी थी। चौहान ने लक्ष्मीबाई प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भाजपा नेता मनोज मिश्रा द्वारा भेंट तलवार लहराई। मरीमाता चौराहे पर उन्होंने 10 दिव्यांग बहनों को स्कूटर भेंट किया तो आइडीए उपाध्यक्ष गोलू शुक्ला ने आतिशबाजी कराई। भंडारी मिल चौराहे पर चौहान को बहनों ने राखी भेंट की। यहां उन्होंने गीत गया तो जवाब में बहनों ने एक हजारों में हमारा भैय्या है, लाइन दोहराई। लेंटर्न चौराहे पर पार्षद नंदू पहाडि़या के साथ महिलाएं मौजूद थीं। आइडीए ऑफिस के बाहर आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा व विधायक हार्डिया ने बैंडबाजे से सीएम का स्वागत किया। बहनों ने राखी बांधी तो जोरदार आतिशबाजी की गई। मुख्यमंत्री का जगह-जगह स्वागत हुआ और बहनों ने धन्यवाद दिया।
शोक व्यक्त करने पहुंचे सीएम पिछले दिनों सांसद शंकर लालवानी की माता का निधन हो गया था। मुख्यमंत्री उनके निवास मनीषपुरी पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की। वे वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन के निवास भी पहुंचे। पिछले दिनों उनके भाई का निधन हो गया था। वे काफी देर वहां रहे।
बेटी के हत्यारे को मिले कड़ी सजा लौटते समय एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री चौहान से देपालपुर का एक परिवार मिला। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी अंजलि की शादी धार नाका महू में विक्रम से हुई थी। शादी के 17 दिन बाद पति ने उनकी बेटी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। 10 बार उसे चाकू मारे। बेटी के हत्यारे को कड़ी सजा मिले। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।