खच्चरवालों ने गाड़ी रोकी
नीतेश बताते हैं परिवार के साथ पांच दिन पहले कश्मीर आए हैं। मंगलवार को पहलगाम में घूमने पहुंचे थे। बाइसरन घाटी के रास्ते पर खच्चरवालों ने उनकी गाड़ी को भी रोका था। उनसे भी कहा था यह मिनी स्विटजरलैंड है इसे नहीं देखा तो कश्मीर आना बेकार है, लेकिन किस्मत थी तो वह नहीं रुके और परिवार के साथ चंदनवाडी चले गए। ये भी पढ़ें:
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शाम करीब चार बजे वापस लौटे तो बाइसरन घाटी के रास्ते पर दहशत थी। लोग बदहवास थे। सीआरपीएफ के जवानों ने घाटी को घेर लिया था। किसी को घाटी की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा था। सब तरफ चीख पुकार और भगदड़ थी। जो पयर्टक जिंदा बचे थे उनके चेहरों पर मौत का खौफ साफ नजर आ रहा था। इनमें ज्यादातर लोग रात तक श्रीनगर लौट आए हैं। वहां पुलिस और सीआरपीएफ जवानों ने घेरा कस दिया।
इंदौर के सुशील नथानियल की भी मौत
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में इंदौर के वीणा नगर निवासी सुशील नथानियल भी मौत हो गई है। उनकी बेटी आकांक्षा गोली लगने से घायल हुई हैं। जानकारी के मुताबिक सुशील आलीराजपुर स्थित एलआईसी की सैटेलाइट शाखा में पदस्थ थे। वे 4 दिन पहले ही 21 वर्षीय बेटे ऑस्टिन गोल्डी, 30 वर्षीय बेटी आकांक्षा और पत्नी जेनिफर के साथ कश्मीर गए थे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून) अमित सिंह ने सुशील की मौत की पुष्टि की है। वहीं छिंदवाड़ा की चौरई विधानसभा के कांग्रेस नेता नवीन चौधरी (45) पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान मौके पर मौजूद थे। दोस्तों के साथ कश्मीर घूमने गए चौधरी ने बताया- शुरुआत में लगा कि कोई पटाखे फोड़ रहा है। लोगों के चिल्लाने और भागने की आवाजें सुनकर समझ में आया कि यह आतंकी हमला है।