आइटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के प्रो-चांसलर डॉ. दौलत सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रकृति रूपी मां भी प्रसन्न है। हम जब भी अच्छा कार्य करते हैं तो ईश्वर सहयोग और आशीर्वाद प्रदान करता है। आज भी ऐसा ही हुआ है। हम यह सोच रहे थे कि इस भीषण गर्मी में आयोजन सकुशल कैसे संपन्न होगा। लेकिन प्रकृति मां ने हमे रिमझिम बारिश रूपी आशीर्वाद प्रदान किया, जिससे मौसम में ठंडक महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारा एक ही ध्येय है सेवा, समता और सम्मान। ये तीन शब्द असल में हमारे हर वर्ग के लोगों के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। जब गरीब और ग्रामीण परिवार में किसी सदस्य को गंभीर बीमारी होती है तो वह परिवार सोच में पड़ जाता है कि आखिकर शहरों में जाकर महंगा इलाज कैसे कराएंगे। यहां हर मरीज को समता भाव से भर्ती कर इलाज किया जाता है। यही कारण है कि यहां एक हजार किलोमीटर दूर से भी मरीज इलाज कराने आ रहे हैं और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
आइटीएम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि आइटीएम हॉस्पिटल ने एक साल के अंदर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में अग्रणी स्थान प्राप्त करते हुये शहर में हॉस्पिटल के क्षेत्र में अच्छा ऑप्शन के रूप में सामने आया है। आईसीयू का ही विस्तृत रूप है क्रिटिकल केयर यूनिट। किसी भी हॉस्टिल में क्रिटिकल केयर यूनिट के संचालन के लिये तीन चीजों की महती आवश्यकता होती हैं वह है इंफ्रास्ट्रक्टर, इक्यूपमेंट और एक्पट्र्स व मैन पॉवर।
पूर्ण रूप से संचालित ओपीडी, मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, जनरल सर्जरी,
स्त्री रोग एवं प्रसूति (ओटी), क्रिटिकल केयर यूनिट, रेडियोलॉजी, ऑटोमेटिक लैब, डायलिसिस सेंटर, मेडिकल आईसीयू, सर्जिकल आईसीयू, नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू), जनरल वार्ड, स्त्री वार्ड, प्राइवेट रूम्स, ट्रॉमा सेंटर, आपातकालीन सेवाएं।