खुली पत्ती ज्यादा पसंद
चाय विक्रेता बाबूलाल कहते हैं कि ब्रांडेड कंपनियों की चाय मंहगी आती है। मंहगी चाय का स्वाद भी लोगों की जुबान पर नहीं चढ़ता। जबकि खुली पत्ती थोक में खरीदकर लाते हैं। इसको छानकर बड़े दाने की चाय ही लोगों को पिलाते हैं। इसमें दूध के साथ इलायची और अदरक मिलाकर बनी चाय ही लोगों को पसंद है। नगर पालिका के पीछे, कलेक्ट्रेट के सामने, जिला पंचायत के कॉर्नर पर, बस स्टैंड के कॉर्नर पर, हिंदू धर्मशाला के नीचे, रेलवे स्टेशन, पीजी कॉलेज के सामने मौजूद चाय के स्टॉल लोगों के मिलने के लिए स्थाई ठिकाने बन गए हैं।
यह है दिन का कारोबार
-हर दिन करीब 170 किलो चाय की खपत होती है।
-बाजार में ब्रांडेड कंपनियां भी बड़े पैक मेें चाय विक्रय कर रही हैं।
-500 ग्राम, 1 किलो की सादा पैकिंग की बिक्री चाय के व्यवसाय में सबसे ज्यादा बिकती है।
-शहर में 50 बड़े चाय विक्रेता हैं।
-शहर में 100 से ज्यादा छोटे चाय स्टॉल हैं।
यह हैं चाय के फायदे
-चाय में मौजूद टैनिन व कैफीन शरीर में फुर्ती का अहसास कराता है।
-एलथिएनाइन अमीनो एसिड दिमाग को चुस्ती का अहसास कराता है।
लत लग जाए तो खराब
-मेडीकल जर्नल के एक शोध के अनुसार गर्म चाय गले के टिश्यूूज को नुकसान पहुंचाते हैं।
-अधिक और खाली पेट चाय पीने से एसीडिटी और सीने में जलन महसूस होती है।
-चाय में मौजूद कैफीन के लिए लत लगने की संभावना रहती है।
-ज्यादा चाय पीने से भूख मरने का खतरा रहता है।
-संतुलित आहार की बजाय ज्यादा चाय पीने से पेट की समस्या हो सकती है।
इसको लेकर बरतें सावधानी
प्लास्टिक के कप में गर्म चाय पीने से मेट्रो सेमिन, बिस्फिनोल ए और बर्ड इथाइल डेक्सिन नामक केमिकल शरीर में पहुंच जाते हैं। यह कैमीकल शरीर में घातक असर डालते हैं।