Gonda News:
गोंडा जिले के मालवीय नगर की रहने वाली प्रीति पाठक ने लघु एवं सूक्ष्म उद्यम योजना के तहत क्लाउड किचन खोलने के आवेदन किया था। आवेदन पत्र बैंक पहुंचने के बाद महिला का आरोप है कि लोन स्वीकृत करने के लिए बैंक कर्मचारियों द्वारा पैसा मांगा जा रहा है। जिसकी शिकायत महिला ने रजिस्टर्ड डाक के जरिए आयुक्त से किया था। जिस पर आयुक्त ने कड़ा एक्शन लेते हुए डीएम को 10 दिन के भीतर जाँच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है।
महिला का आरोप रिश्वत न दे पाने की स्थिति में आवेदन पत्र निरस्त
आयुक्त देवीपाटन मंडल को डाक के माध्यम से प्रार्थना पत्र देते हुए शिकायत की है कि भारतीय स्टेट बैंक की गोंडा शाखा के कर्मचारियों ने उससे लोन मंजूरी के बदले एक लाख दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। पैसे ना देने पर उनका आवेदन निरस्त कर दिया गया। भ्रष्टाचार से संबंधित इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंडलायुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील ने डीएम गोण्डा को शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र में उल्लेखित तथ्यों की जांच कर और आवेदिका का पक्ष सुनकर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करते हुए 10 दिन के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। आयुक्त बोले- जनकल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
मण्डलायुक्त देवीपाटन मंडल ने बताया कि सरकार की किसी भी जनकल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई सरकारी कर्मचारी, अधिकारी अथवा बैंक कर्मी किसी भी व्यक्ति से योजना का लाभ दिलाने के बदले में रिश्वत आदि मांगता है। तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।