परिवार में पहली डॉक्टर बनने का था लक्ष्य (Gujarat Twin Sister)
रीबा और राहीन ने बहुत से उतार-चढ़ाव देखे। पैसों की जंगी देखी। लेकिन फिर अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा। एक साथ NEET-UG में सफलता हासिल की। रीबा को 97वां पर्सेंटाइल मिले थे और राहीन को 97.7वां पर्सेंटाइल। दोनों बहनों का लक्ष्य था परिवार में पहली डॉक्टर बनना। राहीन का रुझान सर्जरी में है तो वहीं रीबा इंटरनल मेडिसिन में दिलचस्पी रखती हैं। उनकी मां गुलशाद बानू एक शिक्षिका हैं और उन्होंने ने अकेले ही दोनों बहनों को पाला है। साथ में हासिल की एमबीबीएस की डिग्री (MBBS Degree)
बचपन से ही दोनों बहनें पढ़ने में तेज थीं। उनके नंबर भी एक जैसे आते थे क्योंकि वे साथ पढ़ाई करती थीं। दोनों बहनों ने नीट यूजी परीक्षा की साथ में तैयारी की और एक साथ वर्ष 2019 में सफलता हासिल कर ली, जिसके बाद उन्होंने GMERS कॉलेज को चुना। दोनों बहनें एक साथ पढ़ना चाहती थीं इसलिए किसी अन्य कॉलेज को चुनने की जगह GMERS में दाखिला लिया।
मेडिकल में पोस्ट ग्रेजुएट करने का सपना (Twin Sister Success Story)
दोनों बहनों का कहना है कि परिवार और खासकर मां और नानी से उन्हें काफी सपोर्ट मिला। उनका मानना है कि परिवार के सपोर्ट और सरकारी स्कॉलरशिप के बिना वे डॉक्टर नहीं बन पातीं। हालांकि, रीबा और राहीन का सफर तो अभी शुरू ही हुआ है। उन्हें आगे मेडिकल में पोस्ट ग्रेजुएट करना है। दोनों अपने करियर में ऊंचा मुकाम हासिल करके अपने समुदाय की बहनों को सपोर्ट करना चाहती हैं।