दरअसल, ग्राम दौलतपुरा निवासी अनिल निनामा और उसकी मां के नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत अलग-अलग आवास स्वीकृत हुआ थे। आवासों की पहली किस्त के 25000 – 25000 रु स्वीकृत हुए थे। जिसमें किस्तों का भुगतान करने के लिए ग्राम पंचायत सांगवी में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ मदन लाल डामर की ओर से 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। जिसकी शिकायत आवेदक के द्वारा लोकायुक्त इंदौर में कर दी गई।
मामले की शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार को ट्रैप करते हुए आरोपी रोजगार सहायक को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 के अंतर्गत कार्यवाही की गई है।