उज्जैन रोड पर वाहनों का भारी दबाव रहता है। यहां हर घंटे हजारों दोपहिया, चारपहिया और भारी वाहन गुजरते हैं। मौजूदा टू-लेन सड़क पर इस वजह से हादसों की आशंका बनी रहती है। चौड़ीकरण की जरूरत को देखते हुए वर्षों से इस प्रोजेक्ट की मांग की जा रही थी, लेकिन अब तक स्वीकृति न मिलने से लोगों को निराशा हो रही है।
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गौरतलब है कि पूर्व में एनएचएआई के देवास-बदनावर फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत इस मार्ग के चौड़ीकरण की योजना बनी थी, लेकिन एनएचएआई से स्वीकृति नहीं मिल सकी। ऐसे में नागूखेड़ी तक ही फोरलेन बनाया गया, जबकि नागूखेड़ी से उज्जैन तिराहे तक के करीब चार किलोमीटर मार्ग को छोड़ दिया गया।
इसके बाद यह सड़क पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दी गई। पीडब्ल्यूडी ने चौड़ीकरण के लिए प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेजा था। सरकार ने पिछले साल इस प्रोजेक्ट को बजट में शामिल किया था, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल सकी। प्रस्ताव के तहत इस मार्ग को फोरलेन बनाया जाना है, जिसमें डिवाइडर, सेंट्रल लाइटिंग, नाला निर्माण, फुटपाथ सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
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उज्जैन रोड चौड़ीकरण के साथ ही यहां रेलवे ओवरब्रिज को भी चौड़ा करने का प्रस्ताव है। मौजूदा ओवरब्रिज टू-लेन होने के कारण यहां अकसर जाम की स्थिति बनती है। ऐसे में मौजूदा ब्रिज के साइड में नया टू-लेन ब्रिज बनाने का प्रस्ताव भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है।
डीपीआर शासन को भेजी जा चुकी है
चौड़ीकरण के लिए डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर शासन को भेजी जा चुकी है। जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, आगे की कार्रवाई की जाएगी। मनीष मरकाम, कार्यपालन यंत्री, पीडब्ल्यूडी ने बताया कि सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध
उज्जैन रोड के चौड़ीकरण को लेकर अधिक दिक्कतें नहीं आएंगी, क्योंकि ओवरब्रिज से लेकर नागूखेड़ी तिराहे तक सड़क के दोनों ओर पर्याप्त जगह उपलब्ध है। केवल इटावा क्षेत्र में कुछ मकान और दुकानें स्थित हैं। ऐसे में कुछ स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की जरूरत पड़ सकती है।