दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ 49 गेंदों में 63 रन बनाए। हालांकि उन्होंने अपनी पहली 16 गेंदों पर आक्रामक शुरुआत करते हुए 27 रन बनाए, लेकिन उसके बाद उनकी बल्लेबाज़ी में गति की कमी नज़र आई। एक समय वह 38 गेंदों पर सिर्फ 38 रन बना पाए थे और अंत में 49 गेंदों में 63 रन बनाकर मथीशा पथिराना की गेंद पर आउट हुए।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो टाइमआउट पर बोलते हुए जाफर ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि वह (पंत) स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश करता है। कोहली इसमें माहिर हैं। वह आसानी से स्ट्राइक बदल लेते हैं और मैदान के चारों ओर खेल सकते हैं। लेकिन पंत कभी-कभी फंस जाते हैं और फिर वह बड़ा शॉट खेलने लगते हैं।”
जाफर ने आगे सुझाव दिया कि पंत को अपने शॉट्स में सीधे खेलने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, “वह हमेशा लेग साइड या रिवर्स स्कूप की तरफ जाते हैं। उन्होंने अंत में एक सीधा छक्का मारा, लेकिन शुरुआत में वे बार-बार लेग साइड की तरफ ही खेलने की कोशिश कर रहे थे। अक्सर टीमें उसी दिशा में फील्ड सेट कर देती हैं, इसलिए उन्हें और अधिक विविध शॉट्स पर ध्यान देना चाहिए।”
भारत के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज़ अभिनव मुकुंद ने भी पंत के खेल में लचीलापन और फील्ड के अनुसार खेलने की क्षमता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “आज ऐसा लग रहा था कि कवर क्षेत्र उनके लिए पूरी तरह बंद था, और यह चिंताजनक है। जब पंत सक्रिय रहते हैं, कवर या सीधे खेलते हैं, तब वह प्रभावशाली दिखते हैं। लेकिन आज वह उस गियर को नहीं खोज सके।”
ऋषभ पंत की इस पारी ने ज़रूर उन्हें आत्मविश्वास दिया होगा, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो उन्हें अब भी गेंद के हिसाब से शॉट चुनने और स्मार्ट स्ट्राइक रोटेशन पर काम करने की ज़रूरत है। यदि वह इन पहलुओं को सुधारते हैं, तो उनकी बल्लेबाज़ी न सिर्फ तेज़ बल्कि और भी ज्यादा स्थिर और प्रभावी हो सकती है।