उबर मोटो ने 5 अप्रैल को ‘बैडीज़ इन बेंगलुरु’ नाम से एक विज्ञापन जारी किया था। इस वीडियो में ट्रेविस हेड को बेंगलुरु vs हैदराबाद मैच से पहले स्टेडियम में चोरी-छिपे घुसते हुए दिखाया गया है। वह स्टेडियम में लगे साइनबोर्ड पर लिखे “बेंगलुरु vs हैदराबाद” को स्प्रे पेंट से बदलकर “Royally Challenged बेंगलुरु vs हैदराबाद” कर देते हैं। इसके बाद हेड एक सफेद शर्ट पहने हुए, मोटरसाइकिल की पिछली सीट पर बैठकर वहां से भागते हैं और कहते हैं “हम हैदराबादी हैं।”
RCB का कहना है कि चूंकि उबर मोटो सनराइजर्स हैदराबाद की आधिकारिक स्पॉन्सर है, इसलिए उन्होंने जानबूझकर RCB के ब्रांड को निशाना बनाया है। टीम के वकील श्वेताश्री मजूमदार ने अदालत में कहा, “भले ही विज्ञापन में RCB का पूरा नाम नहीं लिया गया हो, लेकिन ‘Royally Challenged’ जैसे शब्दों और मैच को ‘बेंगलुरु बनाम हैदराबाद’ कहने से उनके ब्रांड की सीधी पहचान बनती है। यह ट्रेडमार्क के दुरुपयोग और ब्रांड छवि को नुकसान पहुंचाने का मामला है।”
उबर के वकील ने RCB के मुकदमे को ‘बेतुका’ बताते हुए इसका विरोध किया। उनका कहना है कि यह विज्ञापन वाणिज्यिक मुक्त अभिव्यक्ति के दायरे में आता है और इसे रोका नहीं जा सकता। उबर ने इस विज्ञापन को हल्के-फुल्के अंदाज़ में बनाए गए प्रमोशनल कैंपेन के रूप में बताया, जिसका उद्देश्य बेंगलुरु की कुख्यात ट्रैफिक समस्याओं के बीच उबर मोटो को एक तेज़ और किफायती विकल्प के रूप में पेश करना था। उबर के अनुसार, यह विज्ञापन किसी टीम का अपमान करने के उद्देश्य से नहीं बनाया गया था।
विवाद के बावजूद, यह विज्ञापन यूट्यूब पर 1.3 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है, और सोशल मीडिया पर इसे लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे क्रिएटिव फ्रीडम बता रहे हैं, वहीं RCB के फैंस इसे ब्रांड की बेइज़्ज़ती मान रहे हैं।