आईसीसी विश्व कप 2015, दक्षिण अफ्रीका vs न्यूजीलैंड
आईसीसी पुरुष वनडे विश्व कप 2015 का सेमीफाइनल दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच ऑकलैंड में 24 मार्च को खेला गया। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। शुरुआती झटके से उबरते हुए दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने अपनी टीम को मजबूती प्रदान करते हुए टीम के स्कोर को 37 ओवर में तीन विकेट पर 216 रन तक ही ले जा सकते थे कि तभी बारिश शुरू हो गई। इसके चलते कटौती करते हुए मैच को 43-43 ओवर का कर दिया है। बारिश रुकने के बाद दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को अब सिर्फ छह ओवर खेलने थे। इन छह ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने 2 विकेट गंवाए और 65 रन बनाए, जिससे टीम ने 43 ओवर में 5 विकेट पर 281 रन का स्कोर खड़ा किया। ऐसे में न्यूजीलैंड को डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर 43 ओवर में 298 रन का लक्ष्य मिला। बल्लेबाजी के अनुकूल पिच पर बारिश की वजह से दक्षिण अफ्रीका को नुकसान उठाना पड़ा और न्यूजीलैंड ने एक गेंद शेष रहते 6 विकेट पर 299 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। आईसीसी विश्व कप 2003, दक्षिण अफ्रीका vs श्रीलंका
आईसीसी पुरुष वनडे विश्व कप 2003 में श्रीलंका ने आखिरी ग्रुप-स्टेज मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट पर 268 रन बनाए। हालाकि बारिश की चलते दक्षिण अफ्रीका को मैच जीतने और अगले दौर में जाने के लिए 45 ओवर में 230 रन का संशोधित लक्ष्य मिला। लक्ष्य का पीछा करने के दौरान दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर और लांस क्लूजनर के साथ मैदान पर मौजूद थे। तभी उन्हें संदेश मिला कि जीत के लिए 229 रन की जरूरत है और इसलिए बारिश के व्यवधान से पहले आखिरी गेंद को लेग साइड में धीरे से खेल दिया। इसके बाद दोनों टीमें मैदान पर वापसी करने में नाकाम रहीं और मैच टाई रहा, जिसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका का अभियान समाप्त हो गया।
आईसीसी विश्व कप 1992, सेमीफाइनल, दक्षिण अफ्रीका vs इंग्लैंड
इंग्लैंड ने टॉस हारकर 45 ओवर में 6 विकेट पर 252 रन बनाए थे, वहीं दक्षिण अफ्रीका 45 ओवरों में 253 रनों के लक्ष्य का पीछा करने की ओर बढ़ रहे थे। उन्हें 13 गेंद में 22 रन की जरूरत थी, तभी बारिश ने खेल में बाधा डाली। सबसे हैरानी वाली बात यह रही कि जब दोबारा मैच शुरू हुआ तो दक्षिण अफ्रीका को 1 गेंद में 21 रन चाहिए थे। इसकी वजह से दक्षिण अफ्रीका को टूर्नामेंट से विदा होना पड़ा। इसके बाद वर्षा बाधित मुकाबलों के लिए विश्लेषण हुआ। अंततः बारिश से प्रभावित मुकाबलों के लिए डकवर्थ लुईस नियम लागू किया जाने लगा।