बेंच सपोर्ट की कमी पर जताई हैरानी
पाकिस्तान की टीम अपना पहला मैच न्यूजीलैंड से 60 रन से और फिर भारत से 6 विकेट से हारी। सुनील गावस्कर पाकिस्तान टीम में बेंच सपोर्ट की कमी से हैरान हैं, क्योंकि टीम पिछले कुछ सालों में प्रतिभाशाली खिलाड़ी देने के लिए जानी जाती है। अब
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबान पाकिस्तान का सफर टूर्नामेंट शुरू होने के सिर्फ 6 दिन बाद ही खत्म हो गया है।
पाकिस्तान इंडिया बी को भी नहीं हरा सकता?
चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान टीम की पतली हालत देख सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स टुडे पर कहा कि मुझे लगता है कि इंडिया बी टीम निश्चित रूप से पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दे सकती है। पाकिस्तान के लिए मौजूदा फॉर्म में बी टीम को हराना बहुत मुश्किल होगा, क्योंकि पाकिस्तान फखर जमान और सैम अयूब के बिना खेल रहा है और टीम खेल पर अपनी पकड़ बनाने में विफल रही है। इंजमाम-उल-हक का उदाहरण
गावस्कर ने कहा कि मुझे लगता है कि बेंच स्ट्रेंथ की कमी आश्चर्यजनक है। पाकिस्तान में हमेशा से ही प्राकृतिक प्रतिभाएं रही हैं। प्राकृतिक का मतलब कि वे हमेशा तकनीकी रूप से सही नहीं रहे होंगे, लेकिन उनके पास बल्ले और गेंद की अच्छी समझ थी। उदाहरण के लिए इंजमाम-उल-हक को देखें। अगर आप उनके रुख को देखेंगे तो आप किसी युवा बल्लेबाज को ऐसा करने की सलाह नहीं देंगे, लेकिन उनका स्वभाव बहुत अच्छा था। उस तरह के स्वभाव के साथ ही उन्होंने किसी भी तकनीकी कमी को पूरा किया।
विश्लेषण करने की दी सलाह
गावस्कर ने कहा कि पाकिस्तान पिछले कुछ सालों में प्रतिभाशाली खिलाड़ी नहीं दे पा रहा है। जबकि उनके पास पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) और घरेलू व्हाइट बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट भी हैं। वहीं, भारत ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में इतनी सारी युवा प्रतिभाएं तराशी हैं। ये आईपीएल की वजह से हुआ है। वहां से खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी और उसके बाद भारत के लिए खेले हैं। ये कुछ ऐसा है जिसका पाकिस्तान क्रिकेट को विश्लेषण करना चाहिए। उन्हें यह पता लगाने की ज़रूरत है कि उनके पास अब वह बेंच स्ट्रेंथ क्यों नहीं है, जो पहले हुआ करती थी।