जानकारी के अनुसार बांध निर्माण को लेकर विभाग की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभागीय प्रक्रिया पूरी के होने बाद अगले माह में इस बांध का निर्माण शुरु हो जाएगा। जो जून 2026 तक पूरा होने की संभावना है। बांध का निर्माण होने के बाद निंबोदा पंचायत के करीब पांच सौ परिवारों के लिए वरदान साबित होगा।
अभी वर्तमान में क्षेत्र में पानी की कमी होने से अधिकतर भूमि पर फसल नहीं हो पाती है। बांध बनने के बाद क्षेत्र में जलस्तर भी बढ़ेगा। बांध से क्षेत्र की जमीन सिंचित होने से खेती में अच्छी पैदावार होगी। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
25.61 मिलियन घन फीट भराव क्षमता
निंबोदा बांध की भराव क्षमता 25.61 मिलियन घन फीट होगी। बांध डूब और निर्माण क्षेत्र के लिए लगभग 70.32 हेक्टेयर जमीन अवाप्त की जाएगी। बांध पूरा भरने के बाद इससे पाइप लाइन के जरिए 248.36 हेक्टेयर क्षेत्र में फव्वारा पद्धति से सिंचाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार इसके लिए 23 अक्टूबर 2024 को 2657.74 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी हो गई। वर्तमान में भूमि अवाप्ति की कार्रवाई चल रही है। निविदा प्रक्रियाधीन है। निंबोदा लघु सिंचाई परियोजना
248.36 हेक्टेयर क्षेत्र में होगी सिंचाई
70.32 हेक्टेयर डूब व निर्माण क्षेत्र
2657.74 लाख रुपए प्रशासनिक स्वीकृति
500 परिवार होंगे लाभांवित
एक्सपर्ट व्यू
वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा में स्वीकृत एवं निंबोदा लघु सिंचाई परियोजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद बांध एवं फव्वारा सिंचाई पद्धति के निर्माण के लिए तकनीकी स्वीकृति जारी कर निविदा की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। साथ ही मुख्य बांध के निर्माण एवं डूब में आने वाली भूमि की अवाप्ति की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। इस परियोजना के निर्माण से निबाहेड़ा तहसील के कनेरा घाटा क्षेत्र में निंबोदा पंचायत के लोगों को सिंचाई के लिए समुचित जल उपलब्ध हो पाएगा।
साथ ही परियोजना के साथ निम्बाहेड़ा उपखंड मुख्यालय पर जल संसाधन विभाग का सहायक अभियन्ता कार्यालय एवं आवासीय क्वार्टर भी बनाए जाएंगे। जिससे क्षेत्र की जनता को जल संसाधन विभाग से संबंधित कार्य के लिए जिला मुख्यालय पर नहीं आना पड़ेगा।
राधेश्याम जाट, सहायक अभियंता, जल संसाधन विभाग चित्तौड़गढ़