mp news: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल में बुजुर्ग को घसीटकर पीटते हुए डॉक्टर का वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को इस मामले में बड़ा एक्शन लिया गया। बुजुर्ग के साथ मारपीट करने वाले संविदा डॉक्टर और रेडक्रॉस कर्मचारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस थाने में दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 115(2), 296, 3(5) और 35 (3) में मामला दर्ज किया गया है।
नौगांव निवासी बुजुर्ग उधवलाल जोशी अपनी 70 वर्षीय पत्नी लाली जोशी के इलाज के लिए 17 अप्रैल की सुबह करीब 30 किलोमीटर दूर से जिला अस्पताल आए थे। ओपीडी रूम नंबर 11 के बाहर टोकन नंबर 178 लेकर लाइन में खड़े थे। डॉक्टर के देरी से आने पर उन्होंने कारण पूछा, लेकिन सवाल पूछना उन्हें महंगा पड़ गया। पीड़ित के अनुसार ड्यूटी डॉक्टर राजेश मिश्रा ने नाराज होकर पहले उनका पर्चा फाड़ा और फिर थप्पड़ मारने लगे। इसके बाद उन्होंने अस्पताल के एक कंपाउंडर की मदद से पकड़कर पुलिस चौकी तक घसीटा और वहीं उन्हें जमीन पर पटक कर लात-घूंसे बरसाए।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने तत्काल जांच के आदेश दिए और एसडीएम अखिल राठौर एवं सिविल सर्जन जीएल अहिरवार को लेकर एक जांच टीम अस्पताल पहुंची। जांच में संविदा डॉक्टर राजेश मिश्रा और रेड क्रॉस के कर्मचारी राघवेंद्र खरे की सीधी भूमिका को उजागर किया गया। इसके आधार पर दोनों को ड्यूटी से हटाने का सुझाव दिया गया।
संविदा डॉक्टर व रेडक्रॉस कर्मचारी की सेवाएं समाप्त
मामला गर्माने के बाद रविवार को बुजुर्ग के साथ मारपीट करने वाले संविदा डॉक्टर राजेश कुमार मिश्रा की सेवा को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया। ये निर्णय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मानव संसाधन मैनुअल 2025 की कंडिका क्रमांक 12.4(2) के अंतर्गत लिया गया है, जिसमें संविदा कर्मियों के आचरण से संबंधित स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वहीं कलेक्टर रेडक्रॉस कर्मचारी राघवेन्द्र खरे की सेवाएं भी समाप्त करने के निर्देश जारी किए। दोनों के खिलाफ पुलिस ने मामला भी दर्ज किया है।