पिछले 36 वर्षों से कब्जा कर रखा
जनसुनवाई में जब अधिकारियों ने फिर से टालमटोल किया तो हीरामनी गुप्ता ने विरोध स्वरूप गर्म ज़मीन पर लोटते हुए अपना आवेदन एसडीएम के माध्यम से कलेक्टर को सौंपा। उनका कहना है कि 181 पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़िता हीरामनी गुप्ता ने कहा मैं अकेली औरत हूं, तहसील के चक्कर काटते-काटते थक गई हूं। दबंग खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं और प्रशासन कुछ नहीं कर रहा। अब तो जमीन पर लेटकर भी आवेदन देना पड़ा है। वहीं, इस मामले पर एसडीएम अखिल राठौर ने सफाई देते हुए कहा, महिला की जमीन का एक बार सीमांकन हो चुका है, लेकिन वह उससे संतुष्ट नहीं हैं। हम मामले की गंभीरता को देखते हुए दोबारा सीमांकन करवाने की प्रक्रिया पर विचार कर रहे हैं।
बीमार पति को लेकर घिटसाते हुए जनसुनवाई में पहुंची महिला, जमीन बचाने की लगाई गुहार
छतरपुर. मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक भावुक कर देने वाला दृश्य देखने को मिला, जब एक वृद्ध महिला अपने बीमार पति को घिसटाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंची। वृद्धा लल्ला बाई ने बताया कि उनके पति करनजुआ अहिरवार दो वर्षों से गंभीर रूप से बीमार हैं और चलने-फिरने में असमर्थ हैं।
देवरों ने उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा कर लिया
लल्ला बाई ने बताया कि उनके देवरों ने उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा कर लिया है, जबकि यह जमीन उन्होंने अपने गहने बेचकर खरीदी थी। जमीन खसरा क्रमांक 69, 96/1, 96/2, 164/3 और 203/3 में दर्ज है, जिसमें करनजुआ व उनके दो भाइयों के नाम कुल 1.835 हेक्टेयर भूमि शामिल है। महिला ने बताया कि इलाज के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए वह पति को टैक्सी में लाकर 60 किलोमीटर दूर से जनसुनवाई में पहुंची। दंपति ने बताया कि वे दो वर्षों से न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं।एसडीएम अखिल राठौर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का भरोसा दिलाया है और कहा है कि शिकायत संबंधित अधिकारी को सौंप दी गई है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।