उल्लेखनीय है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने पिछले साल सीयूईटी-यूजी के माध्यम से स्नातक कोर्सेज में प्रवेश लेना शुरू किया था और सीयूईटी-पीजी के माध्यम से छात्रों को स्नातकोत्तर कोर्सेज में एडमिशन दिया जाएगा। पीएचडी में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन एनटीए द्वारा आयोजित किया जाएगा। हालांकि, अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक विभागों में कार्यरत कर्मचारी एडमिशन के लिए सीधे साक्षात्कार में शामिल हो सकते हैं।
अधिकारियों ने आगे कहा कि शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों को कार्यालय समय के दौरान सौंपे गए कामों को प्रभावित किए बिना कक्षाओं में भाग लेने और परीक्षा देने की अनुमति दी जा सकती है। पीएचडी के लिए यह नियम शैक्षणिक सत्र 2023-24 से लागू होंगे।
बैठक में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (Integrated Teacher Education Program) (आइटीईपी) (ITEP) कोर्स चलाने की मंजूरी दी गई। यूनिवर्सिटी ने अपने बयान में कहा है कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह चार साल का कोर्स होगा।