नरगिस को जब आईक्यू टेस्ट के लिए कहा गया तो पिता परेशान हो गए। माशिमं की तरफ से जिला चिकित्सा विभाग के पास भेजा गया। वहां से बताया गया कि बालोद में ऐसी किसी जांच की व्यवस्था नहीं है। वहां से राजनांदगांव के सीआरसी सेंटर भेजा गया। वहां भी 5-5 घंटे का सेशन सात दिनों तक चला। कभी जीके के सवाल पूछते थे तो कभी पजल सॉल्व करवाते थे।
नरगिस फिलहाल 11वीं में मैथ्स लेकर पढ़ रही है। वह जेईई करना चाहती है। हालांकि जेईई में न्यूनतम उम्र की कोई सीमा नहीं है लेकिन नरगिस ने बताया कि सबसे कम उम्र में बिहार के सत्यम कुमार ने आईआईटी में प्रवेश लिया था। नरगिस भी जब बारहवीं बोर्ड पास करेगी, तब उम्र 14 वर्ष रहेगी। बीटेक करने के बाद वह यूपीएससी क्वालिफाई करना चाहती है। नरगिस का कहना है कि सबसे कम उम्र में यूपीएससी क्लीयर करने का रिकॉर्ड बनाना चाहती है। नरगिस के पिता फिरोज खान ने बताया कि बालोद में जेईई की तैयारी में समस्या आ रही है। इस वजह से वे चाह रहे थे कि बेटी को रायपुर में एडमिशन मिल जाता। इसके शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिल चुके हैं। आईजी आरिफ शेख भी रायपुर में एडमिशन दिलवाने का प्रयास कर रहे हैं।
भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से फर्राटेदार अंग्रेजी में बातकर चर्चा में आई नरगिस को भी हेलीकॉप्टर के जॉय राइड में शामिल होने का मौका मिला था। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि पढ़ाई में छत्तीसगढ़ सरकार मदद करेगी। नरगिस के पिता का कहना है कि अधिकारी सहयोग नहीं करते। बेटी को पढ़ाने के लिए वे हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।