गिधवा-परसदा में प्रस्तावित बर्ड सफारी अगस्त तक तैयार हो जाएगा। जैव विविधता बोर्ड द्वारा यहां कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सितंबर में सफारी का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों उद्घाटन की योजना है। इसके बाद सैलानी बर्ड सफारी का भ्रमण कर प्रवासी पक्षियों के अनूठे संसार का अवलोकन कर सकेंगे। सैलानियों का सफारी में सैर कराने के लिए बर्ड (Bird Safari at Gidhwa-Parsada) गाइड के रूप में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। इन गाइड्स को यहां आने वाले सभी पक्षियों की पूरी जानकारी देकर ट्रेन किया गया है।
बर्ड सफारी के रूप में विकसित किए जा रहे गिधवा बेमेतरा जिले में नांदघाट से 8 किमी दूर मुंगेली रोड पर है। यहां करीब 100 एकड़ में फैले पुराने तालाब के अलावा परसदा में भी 125 एकड़ के जलभराव वाला जलाशय है। यहां हर साल हजारों किलोमीटर सफर कर करीब 100 प्रवासी पक्षी आते हैं।
सर्दियों के साथ दस्तक सर्दियों की दस्तक के साथ यहां यूरोप, मंगोलिया, बर्मा और बांग्लादेश से प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। जलाशय की मछलियां, गांव की नम भूमि और जैव विविधता इन्हें आकर्षित करती है। गिधवा और परसदा दोनों वॉटर बॉडी में गैडवाल, नॉर्थन पिनटेल, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड कॉमन पोचार्ड, मार्श, सेंड पाइपर, कॉमन सेंड पाइपर, कॉमन ग्रीन शेंक, कॉमन रेड शेंक आदि हजारों की (cg news) तादाद में प्रवासी पक्षी आते है। इनके अलावा यहां स्थानीय पक्षियों की 50 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
सैर-सपाटे के लिए होगी ई-रिक्शा की सुविधा बर्ल्ड सफारी के अंतर्गत गिधवा व परसदा के अलावा नगधा, मुरकुटा व ऐरम में वेटलैंड है। इन इलाकों में प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा होता है। बर्ड सफारी आने वाले सैलानियों को बर्ड गाइड ई-रिक्शा के माध्यम से इन इलाकों का भ्रमण कराएंगे। सैलानियों के लिए पक्षी जागरूकता व प्रशिक्षण केंद्र में पक्षियों के संबंध में फिल्म की भी व्यवस्था होगी।
अधिकारियों ने किया स्थल निरीक्षण प्रस्तावित बर्ड सफारी में कार्यों की प्रगति की आला अधिकारियों ने निरीक्षण किया। बायोडायवर्सिटी बोर्ड के चेयरमैन राकेश चतुर्वेदी, मेम्बर सेक्रेटरी अरुण पांडे, मुख्य वन संरक्षण बीपी सिंह, वन मंडलाधिकारी शशि कुमार ने कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान सभी कार्य अगस्त तक पूर्ण करा लेने की जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा गिधवा-परसदा में फरवरी 2021 में पक्षी महोत्सव का आयोजन किया गया था। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए थे। उन्होंने बर्ड (Bird Safari) सफारी बनाने की घोषणा की थी।