बॉलीवुड की पहली सिनेमा जहां होली के रंग-बिरंगे सीन को प्रस्तुत किया गया
बॉलीवुड के फिल्म और होली के फेस्टिवल का गहरा रिश्ता है। हिंदी सिनेमा में होली के पर्व को पहली बार बड़े पर्दे पर दिखाने वाली फिल्म थी “Aurat” (1940)। यह फिल्म न केवल पहली थी, बल्कि यह होली के रंगों और उत्सव की भावना को दर्शाने वाली पहली फिल्म भी थी, जिसमें होली के त्यौहार को एक खास तरीके से फिल्माया गया था। इस फिल्म के निर्देशक डी. बी. के. चटर्जी थे और इसमें लीला चिटनीस और मुमताज शांति जैसे प्रसिद्ध अभिनेता-अभिनेत्रियां थीं।क्या खास था “Aurat” सिनेमा में

होली अब भारतीय फिल्मों का एक अहम हिस्सा बन गया
इसके बाद से, होली को भारतीय फिल्मों में एक अहम हिस्सा बना दिया गया। धीरे-धीरे बॉलीवुड फिल्मों में होली के रंगों का उत्सव देखने को मिला और यह आज तक कायम है।सिलसिला (1981) – अमिताभ बच्चन और रेखा “रंग बरसे” गाने में अपने प्यार का इजहार करते हैं, संजीव कुमार का अभिनय भी खास है।
होली (1984) – आमिर खान कॉलेज के छात्र के रूप में राजनीतिक माहौल में होली मनाते हैं।
डर (1993) – शाहरुख खान जूही चावला को रंग लगाने में सफल होते हैं, जैसा कि उन्होंने वादा किया था।
मोहब्बतें (2000) – छात्र अपनी प्रेमिकाओं के साथ गुरूकुल के नियमों को तोड़कर होली मनाते हैं।
जख्मी (1975) – “दिल में होली जल रही है” गाना नायक के अंदर सुलग रहे गुस्से और प्रतिशोध को दर्शाता है।
आखिर क्यों (1985) – होली का दृश्य रिश्तों के बीच नई उलझनें और भावनात्मक तनाव पैदा करता है।
बागबान (2003) – परिवार के बीच होली का दृश्य एकता और प्यार के संदेश को दर्शाता है।
दीवाना (1992) – शाहरुख खान की डेब्यू फिल्म, जहां होली प्यार और दुख के बीच गहरे एहसासों को उजागर करती है।
मंगल पांडे: द राइजिंग (2005) – होली का दृश्य विद्रोह और देशभक्ति का प्रतीक बनकर उभरता है।
फागुन (1973) – होली प्रेम और सांस्कृतिक रीतियों का प्रतीक बन जाती है।
मदर इंडिया (1957) – होली एक गहरी बलिदान और देशभक्ति की भावना को दर्शाती है।
मशाल (1984) – फिल्म का होली सीन बदलाव और भावनात्मक मुक्तता का प्रतीक है।
कटी पतंग (1970) – होली का दृश्य नायक के अंदर चल रही भावनात्मक उथल-पुथल और व्यक्तिगत संघर्ष को दर्शाता है।
दिल्ली हाईट्स (2007) – होली का दृश्य आधुनिक रिश्तों और सांस्कृतिक संघर्षों के बीच की चुनौतियों को दिखाता है।
ये जवानी है दीवानी (2013 )- इस फिल्म के गानों को प्रीतम ने कंपोज किया था और अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखा था