दरअसल, बुल मदर फार्म के पिछले हिस्से में वन विभाग की 14 फीट ऊंची फेंसिंग मेंटेनेंस के अभाव में कमजोर हो चुकी है। उसमें जगह-जगह सुराख और छेद के कारण बाघ का रास्ता आसान हो गया। ऐसे में मध्य प्रदेश राज्य कुक्कुट विकास निगम की ओर से संचालित बुल मदर फार्म में गायों की सुरक्षा की स्थिति गंभीर हो चली है। इस पर वन विभाग और निगम के अधिकारियों के बीच लगातार चर्चा चल रही है कि इस स्थिति को कैसे दुरुस्त किया जाए।
बाघ ने गाय के गले पर किया वार, टूटा कंधा
मालूम हो कि बाघ ने फ्रीजवाल नस्ल की गाय को घायल किया। इस पर बाकी गायों ने झुंड बनाकर बाघ को खदेड़ा और घायल गाय को बचाया। गले पर किए गए इस अटैक के कारण गाय के कंधे में फ्रेक्चर हो गया है। इलाज चल रहा है, लेकिन गंभीर स्थिति है। उधर, कुक्कुट विकास निगम के आला अधिकारियों ने फेंसिंग ठीक करवाने को लेकर वन विभाग एसडीओ रणवीर सिंह भदौरिया ओर रेंजर शिवपाल से चर्चा की। इसके बाद पहाड़ी की तरफ से जंगल साइड में फेंसिंग में जो लीकेज थे, उनको ठीक करवाया गया है।
पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुआ बुल मदर फार्म के 76.10 एकड़ के पूरे परिसर में 50 से 55 कैमरे लगे हैं। इनके मार्फत परिसर की निगरानी की जाती है। जब बाघ घुसा तो उसकी एक-एक गतिविधि रिकॉर्ड हुई। कैसे गायों ने पलटवार किया ये भी दिखाई दिया।
छह महीने के दरमियान पांच बार बना चुका है निशाना
बुल मदर फार्म को बाघ पिछले छह महीने के दरमियान पांच बार निशाना बना चुका है। अभी 15 दिन पहले भी आया था, लेकिन गायों को बाड़े में रखने के कारण शिकार करने में कामयाब नहीं हो पाया था।