क्रिटिकल केयर सेंटर का कार्य होना था शुरू, अस्पताल की डीपीआर भी हो चुकी थी फाइनल-
ऑडिटोरियम के पीछे पार्किंग की जगह पर 300 बेड के अस्पताल भवन बनने से होने वाली असुविधा को देखते हुए विचार-विमर्श हुआ कि अस्पताल भवन जिला अस्पताल द्वारा मिली 25 हजार वर्गफीट पर बनाया जाए, इसके लिए जो और जमीन की आवश्यकता पड़ेगी वह जिला अस्पताल से और ली जा सकती है। ऐसे में 25 हजार वर्गफीट की जमीन पर बनने वाले 50 बेड के क्रिटिकल केयर सेंटर के निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी गई। दोनों भवनों के कार्य होल्ड कर दिए गए हैं। अस्पताल की जहां फाइनल डीपीआर बन चुकी थी वहीं क्रिटिकल केयर सेंटर के एनएचएम द्वारा टेंडर भी निकाल दिए गए हैं और यहां ठेकेदार भी तय हो गया था।ओपीडी देखकर भड़के, फार्मासिस्ट सस्पेंड-
दिनभर की बैठकों के बाद शाम को मेडिकल एजुकेशन कमिश्नर पंकज जैन ने ओपीडी सहित पूरे वार्डों का निरीक्षण किया। ओपीडी बंद मिलने और कैजुअल्टी में एसी न होने पर उन्होंने डीन को फटकार लगाई। वहीं विभिन्न आइसीयू रूम में वेंटीलेशन, पंखे-कूलर और एसी को लेकर नाराजगी जताई। वहीं दवाएं स्टोर करने 2 अलग-अलग रूम होने पर आपत्ति ली और दवाएं एक जगह स्टोर करने के निर्देश दिए। वहीं स्टोर रूम में फ्रीज बंद होने पर उन्होंने मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट रामकिशन कुर्मी को सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए।प्रसूताओं से पूछा पैसे तो नहीं लेते कर्मचारी-
दूसरी टीम ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों से जानकारी ली। यहां सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी, आरएमओ डॉ. अभिषेक सिंह मौजूद रहे। प्रसूता वार्ड में विदीशा की महिला राखी रघुवंशी से अधिकारियों ने पूछा कि प्रसव के दौरान यहां के कर्मचारियों ने खुशखबर देने के नाम पर पैसे-मिठाई तो नहीं मांगी, जिसके जवाब में महिला ने पैसे देने की बात से इंकार किया। इसके बाद टीम ने जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड पहुंचकर व्यवस्थाएं देखीं। यहां भी मशीन का मॉनीटर चालू रखने की बात कही। एसएनसीयू के बाद टीम ने मरीजों से चर्चा की और फिर दूसरी टीम भी डीन कार्यालय पहुंच गई।विभागाध्यक्षों की बैठक ली, फाइल मंगाईं-
कमिश्नर पंकज जैन ने डीन कार्यालय में ही शाम करीब 3.30 बजे बीएमसी के सभी विभागाध्यक्षों की बैठक ली। सभी विभागों में हुए कार्यों, जरूरतों की जानकारी मांगी। विभागों ने अपनी-अपनी जरूरतें बताईं ताकि स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया जा सके। इस मौके पर सभी विभागों के अधिकारी फाइलें समेटकर डीन कार्यालय की तरफ दौड़ें लगाते दिखे। शाम को कलेक्टर दीपक आर्य भी बीएमसी पहुंचे।ये अच्छी पहल-
–टीबी हॉस्पिटल को बेहतर बनाने के निर्देश -कैजुअल्टी में मरीजों को एसी की सुविधा -कैंसर विभाग को और डेवलप करने के निर्देश -नेत्ररोग विभाग ने आधुनिक माइक्रोस्कोप की मांग रखी