कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने कहा, ’14 सितंबर 2016 को मंत्री ने सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में नियुक्ति के लिए नोटशीट लिखी थी। इसके बाद दूसरी बार 23 सितंबर 2016 को परिवहन विभाग में नियुक्ति के लिए दूसरी बार नोटशीट लिखी गई। कटारे ने कहा सौरभ शर्मा को नियुक्ति के लिए दो विकल्प दिए गए थे। सौरभ शर्मा सत्य प्रकाश फिर राजेंद्र सेंगर के सहारे मंत्री तक पहुंचा था। उसका इतना रसूक था कि वो जिलों के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के ट्रांसफर करवाया करता था।
यह भी पढ़ें- मऊगंज हिंसा के बाद बड़ा अपडेट, नए कलेक्टर-एसपी ने संभाला मोर्चा, ज्वाइन करते ही SP ने किया बड़ा दावा कांग्रेस का सदन से वॉकआउट
हेमंत कटारे ने कहा कि सदन में उसकी नियुक्ति को लेकर जो रिकॉर्ड मौजूद है, उसके तहत सौरभ शर्मा की भर्ती फर्जी तरीके से हुई थी। कटारे ने उसकी नियुक्ति में सहयोग करने वाले अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग की है।’
परिवहन मंत्री का जवाब
स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, ‘अनुकंपा नियुक्ति के लिए सबसे पहले विभाग प्रस्तावना भेजता है। फिर कलेक्टर देखता है कि, किस विभाग में खाली जगह है, जहां उसे नियुक्त किया जा सकता है। इसके बाद भी अनुकंपा नियुक्ति परिवहन विभाग में सौरभ शर्मा को दी गई थी। इसमें कोई गलत नहीं है। वहीं, इस मामले में जांच करने को लेकर परिवहन मंत्री ने कहा कि, इसमें अभी इनकम टैक्स लोकायुक्त और ईडी जैसी एजेंसियां जांच कर रही हैं। ऐसे में सीबीआई जांच का कोई औचित्य नहीं है।’ यह भी पढ़ें- एमपी में एक साथ दो सिस्टम एक्टिव, आंधी-बारिश की चेतावनी, 13 जिलों में ओलावृष्टि का भी अलर्ट सौरभ शर्मा केस की जांच CBI से कराने की मांग
विधानसभा में सौरभ शर्मा को लेकर पूछे गए हेमंत कटारे के सवाल पर सभी कांग्रेस विधायक एकजुट होकर विधानसभा अध्यक्ष के सामने पहुंचे। मामले की जांच सीबीआई से कराने पर अड़ गए। जब कांग्रेस विधायकों की बात का कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि ‘सौरभ शर्मा के पास जो पैसा मिला, वो जनता का है। मामले की जांच सीबीआई से करानी चाहिए। शर्मा के यहां जो सोने की ईंट मिली, क्या वो सीधे दुबई से हवा में उड़कर आ गई।’ उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं ने कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इस्तीफा की मांग की।