सुबह 7 बजे से महर्षि वाल्मीकि की गुफा श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दी जाएगी। इसके साथ ही, पूरी रात भक्ति और उल्लास के रंग में डूबे राई नृत्य का आयोजन होगा। पूरे मेला क्षेत्र में ढोलक, नगाड़े और नृत्यांगनाओं के घुंघरुओं की गूंज से भक्तिमय माहौल बना रहेगा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इस बार प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया है। पूरे मेला क्षेत्र और मंदिर परिसर में 250 सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। एएसपी गजेंद्र सिंह कंवर ने बताया कि मेले में करीब 2,000 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं, जिसमें 3 एएसपी, 25 डीएसपी और लगभग 100 टीआई शामिल हैं। इसके अलावा, वीआईपी मूवमेंट के लिए विशेष रूप से 150 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, प्रत्येक महत्वपूर्ण पॉइंट पर एक डीएसपी की तैनाती की गई है।वीआईपी मेहमानों का आगमन
करीला मेले में बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आगमन की पुष्टि हो चुकी है। उनके साथ प्रदेश के कई मंत्री, विधायक और अन्य गणमान्य लोग भी शामिल होंगे। मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह यादव, चंदेरी विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, पूर्व सांसद केपी यादव और जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव भी मेले में मौजूद रहेंगे। प्रभारी मंत्री के आगमन की भी संभावना जताई जा रही है। मंगलवार को कलेक्टर और एसपी ने मेला क्षेत्र का दौरा किया और देर रात तक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यह भीं पढ़े : क्या जैन समाज को होगा हिंदू मैरिज एक्ट में तलाक का हक? हाईकोर्ट में फैसला सुरक्षित