राजगढ़ के जिस कार्यक्रम को लेकर उनके बयान को गलत संदर्भ में तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश की जा रही है, वह अनुचित है। कार्यक्रम सामाजिक संगठनों का था। जो भी बात थी विशेष संदर्भ में सामाजिक स्वाभिमान को लेकर कही थी। स्वजातीय लोगों के बीच खुद के सक्षम होने, किसी के सामने हाथ नहीं फैलाने की नौबत नहीं आने देने की बात वे वर्षों से कह रहे हैं। कहते रहेंगे।
अगर पटवारी को तथ्य पता नहीं हैं तो उन्हें सबसे पहले अपनी पार्टी के उन नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए, जो उस कार्यक्रम में मौजूद थे। राजगढ़ के उस आयोजन में तो कुछ कांग्रेस नेता उनके साथ मंच पर थे। उनके बारे में कांग्रेस को राय रखनी चाहिए।
न्याय मिलना चाहिए
यदि कोई पीड़ित पक्ष आता है, आपको निवेदन करता है तो उसे निश्चित तौर पर न्याय मिलना चािहए। इतने सालों की सरकार है तो किसी को भी घमंड तो आ ही जाता है। रावण को भी घमंड था। एक दिन उसका घमंड भी खत्म हो गया। -उमंग सिंघार(Umang Singhar), नेता प्रतिपक्ष, एमपी विधानसभा
दुराग्रह की पोल खुलेगी
मेरे खिलाफ दुराग्रह आज नहीं तो कल सामने आ जाएगा। भीख वाले बयान को लेकर जिस तरह से मीडिया में बातें सामने आ रही हैं, पहले बयान को पूरा सुन लिया जाए। उसके बाद ही टिप्पणी करना ठीक होगा। जानकारी नहीं है तो इस तरह का बयान देकर मेरे नेतृत्व और पार्टी को कठघरे में खड़ा नहीं कर सकते। -प्रहलाद पटेल (Minister Prahlad Patel), पंचायत मंत्री
…तो जनता भिखारी रहेगी
मतलब यह है कि हक और न्याय की मांग को लेकर भाजपा सरकार के मंत्रियों के पास जाने वाली जनता भिखारी थी, भिखारी है और भिखारी बनी रहेगी। यदि यह सच है तो सीएम हेल्पलाइन और जनसुनवाई को बंद कर देना चाहिए। -जीतू पटवारी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
भाजपा सांसद की टिह्रश्वपणी पर कांग्रेस आक्रोशित
छिंदवाड़ा. पूर्व सीएम कमलनाथ के खिलाफ भाजपा सांसद बंटी साहू की कथित टिह्रश्वपणी के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को प्रदर्शन किया। एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। इस बीच सौंसर विधायक विजय चौरे की तीखी टिह्रश्वपणी की। कथित तौर पर कहा, कलेक्टर-एसपी कान खोलकर सुन लें, अगर कमलनाथ पर अंगुली उठेगी तो छिंदवाड़ा में लाखों लोगों की लाशें बिछेंगी।