नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा के मामले पर प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई थी जिसमें कहा कि परिवहन घोटाले में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी संलिप्त हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व में परिवहन मंत्री रहते हुए गोविंद सिंह राजपूत ने भ्रष्टाचार से कमाए 1250 करोड़ रुपयों की जमीनें खरीदीं।
प्रदेश के खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को इन आरोपों पर कानूनी रूप से घेरा है। मंत्री ने उमंग सिंघार को 20 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस भेजा है। नेता प्रतिपक्ष द्वारा जमीन खरीद घोटाले और परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार के बेहद गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद राजपूत ने मानहानि का नोटिस भेजने की बात कही थी। नोटिस में मंत्री राजपूत ने नेता प्रतिपक्ष सिंघार पर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया। उमंग सिंघार से इन आरोपों पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और 15 दिनों में जवाब देने को कहा है।
मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के मानहानि नोटिस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है। उन्होंने इस नोटिस के जवाब में ट्वीट किया है। अपने एक्स हेंडल पर उमंग सिंघार ने लिखा- नोटिस का जवाब भी देंगे और कोर्ट भी जाएंगे। न डरेंगे, न झुकेंगे।
बता दें कि उमंग सिंघार और गोविंदसिंह राजपूत कांग्रेस के पुराने साथी रहे हैं। राजपूत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पार्टी छोड़ दी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे।