सीएम ने पूछा देश कब आजाद हुआ, जवाब मिला- 2014 में…
कार्यक्रम के दौरान सीएम डॉ मोहन यादव ने युवाओं से पूछा कि भारत को कब आजादी मिली, तो कई युवाओं ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। इस पर सीएम ने कहा कि जब तक हम अपने इतिहास को नहीं समझेंगे, तब तक उसकी अहमियत भी नहीं जान पाएंगे। उन्होंने भारत की गुलामी, आजादी और उसके बाद की नीतियों पर चर्चा करते हुए कहा कि ‘पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने वोट बैंक के लिए देश के नैतिक मूल्यों को किनारे किया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के संकल्प को पूरा किया।’
लोकतंत्र की सच्ची ताकत जनता के पास होनी चाहिए
सीएम डॉ मोहन यादव ने युवाओं को बताया कि पहले के समय में राजा हुआ करते थे। शासन एक व्यक्ति के हाथ में होता था, राजा को हरा दिया तो पूरे देश पर कब्जा हो जाया करता था। गुलाम होने से पहले भारत के अंतिम सम्राट पृथ्वीराज चौहान थे। लेकिन इसके पहले का शासन तंत्र बहुत अच्छा था। भगवान श्रीकृष्ण और सम्राट विक्रमादित्य की कार्य प्रणाली से शासन व्यवस्था को समझा जा सकता है। भगवान श्रीकृष्ण ने किसी राज्य पर कब्जा नहीं किया, दुष्टों का संहार करने के बाद सत्ता दूसरे लोगों को सौंपते चले गए। इसी तरह सम्राट विक्रमादित्य ने अपने शासन में नवरत्न बनाए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे लोकतंत्र की रक्षा
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए राजनीति से परिवारवाद को समाप्त करने और एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाने का आह्वान किया है, जिसके परिवार अभी राजनीति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने सोमनाथ मंदिर जाने से इंकार कर दिया था, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने सोमनाथ मंदिर जाकर उसका उद्घाटन किया। कांग्रेस और उसकी पार्टी के नेता राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, जब भव्य राम मंदिर का निर्माण हो गया तो उनके दर्शन करने आज तक नहीं पहुंचे।ट
कांग्रेस ने नहीं किया विकास कार्य
मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता की ताकत सुनीतियों के बल पर होती है, मध्यप्रदेश में 2003 से पहले कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन प्रदेश के विकास के लिए कोई कार्य नहीं किया गया। 2003 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तब प्रदेश की औद्योगिक विकास दर 0.02 प्रतिशत के करीब थी। भारतीय जनता पार्टी ने सुशासन और कल्याणकारी नीतियों के कारण मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा कर दिया है।